भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस नेता विवेक तंखा पर पलटवार करते हुए कहा है कि सामाजिक न्याय के लिए मैंने जो कहा कि हम प्रतिबद्ध हैं कि सब को न्याय मिले उस न्याय के लिए कुछ जरूरत है तो मैं तो उन आदरणीय महोदय से कहना चाहता हूं कि 10 करोड़ क्यों आप 100 करोड़ का भी नोटिस देते और उसके लिए मैं तो सामान्य व्यक्ति हूं, हम लोग को जनता के बीच जाएंगे हमारे ओबीसी वर्ग के लोगों को इतना कमजोर समझते हैं वो अरे उनके हितों की रक्षा के लिए 100 करोड़ भी जनता से इकट्ठा करके ओबीसी वर्ग के लोग भी इस बात के लिए तैयार बैठे हैं उनका अधिकार देने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार संकल्पित है, प्रतिबद्ध है 10 करोड़ का क्यों 100 करोड़ का नोटिस भी देंगे तो उसको झेलने के लिए तैयार हैं।
यह भी पढ़े.. MP Board : राज्य शिक्षा केंद्र ने तैयार की रूपरेखा, अप्रैल में आयोजित हो सकती है बोर्ड परीक्षा, जाने नई अपडेट
दरअसल मध्य प्रदेश त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 27% ओबीसी आरक्षण को निरस्त कर दिए जाने के बाद भाजपा नेताओं के बयान सामने आए थे कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं एवं वकीलों ने मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण खत्म करवा दिया। सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस पार्टी के नेताओं की तरफ से केस लड़ने वाले एडवोकेट विवेक तंखा ने शुरुआत में आरोपों का खंडन किया लेकिन जब बयान बाजी बंद नहीं हुई तो 10 करोड़ की मानहानि का नोटिस भेज दिया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णु दत्त शर्मा और नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह को भेजे गए मानहानि के नोटिस में एडवोकेट विवेक तंखा ने मांग की है कि यदि उन्होंने ओबीसी आरक्षण मामले में दिए गए बयानों का खंडन नहीं किया तो उनके खिलाफ मानहानि का मामला सक्षम न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।