भोपाल। नगरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद से ही देश भर में विरोध किया जा रहा है। राजधानी भोपाल में भी अलग अलग संगठनों द्वारा इस कानून के खिलाफ अहतेजाज किया जा रहा है। अन्य प्रदेश में हिंसा और उग्र प्रदर्शनों को देखते हुए मध्य प्रदेश में प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। सभी तरह के धरने प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। लेकिन भोपाल के युवाओं ने धारा 144 का उल्लंघन किए बिना ही विरोध दर्ज कराने का अनोखा तरीका निकाला।
दरअसल, शहर के कई युवा वीआईपी रोड पर जमा हुए और उनके हाथों में तख्तियां थीं जिन पर CAA और NRC के विरोध के संदेश लिखे थे। यह युवा दस-दस मीटर एक दूसरे से दूर वीआईपी रोड के पाथवपे पर खड़े होकर शांतिपूर्वक विरोध कर रहे थे। सड़क से गुज़रने वाला हर शख्स इन्हें देख हैरान था। यह विरोध प्रदर्शन किसी संगठन द्वारा नहीं किया गया। बल्की छात्रों और शहर के युवाओं एक इस प्रदर्शन को अंजाम दिया। विरोध कर रही छात्रा ने कहा कि, ”हम यहां नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने के लिए आए हैं। यह कानून हमारे संविधान के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में पुलिस द्वारा जामिया और अलीगढ़ विवि के छात्रों के साथ की गई बर्बरता का भी विरोध करते हैं। संविधान ने हमें विरोध करने का अधिकार दिया है। पुलिस और प्रशासन लाठियां बरसा कर हमारी आवाज़ दबा नहीं सकता।”
शांति से विरोध करने की मिसाल पेश की
शहर के इन युवाओं ने शांति के साथ अपनी बात को अनोखे तरीके से रखने की मिसाल पेश की है। उनका कहना है कि वह हिंसा के सख्त खिलाफ हैं। और इसलिए कानून के दायरे में रहकर इस तरह अपना विरोध दर्ज कराने आए हैं। एक ओर कई शहरों में विरोध प्रदर्शन के दौरान ऐसे हालात देखने को मिले जहां प्रदर्शनकारियों की जान तक चली गई। शहर के इन युवाओं द्वारा किया गया यह प्रदर्शन अन्य लोगों के लिए एक मिसाल बन सकता है।