भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। राजधानी में एक शिक्षक की चूहा मारने की दवाई खाने से मौत हो गई। दरअसल उनके किचन में चूहा मारने के लिए लड्डू में दवाई मिलाकर रखी गई थी, जिसे गलती से शिक्षक ने खा लिया। उपचार के बाद भी उनकी जान नहीं बच सकी।
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भोपाल के कोलार इलाके की राजहर्ष कॉलोनी में रहने वाले जीएम तोमर और उनकी पत्नी निजी स्कूल में शिक्षक थे। उनके घर पर काफी संख्या में चूहे को गए थे जिनको मारने के लिए उन्होंने घर के अलग अलग स्थानों पर लड्डू बनाकर उसमें चूहामार दवाई मिला दी थी। इनमें कुछ लड्डू किचन में भी रखे थे। 18 अक्टूबर को तोमर ने गलती से किचन में रखा एक लड्डू खा लिया, जिसमें चूहा मार दवाई मिली थी। इससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। तोमर को तत्काल कोलार के एक निजी अस्पताल में परिजन ले गये जहां से उन्हें जेपी अस्पताल और फिर हमीदिया अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां से वे स्वस्थ होने के बाद घर भी आ गए लेकिन 19 अक्टूबर की सुबह उनका स्वास्थ्य फिर बिगड़ा और परिजन उनको लेकर अस्पताल पहुंचे। लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी डाक्टर उन्हें बचा नहीं सकें।
परिजनों ने बताया कि घर के सभी सदस्यों को जानकारी थी कि घर के हर कोने में चूहों के मारने के लिए लड्डू रखे हैं जिन में जहर मिला है। बावजूद इसके उनके पिता ने यह लड्डू कैसे खाये, यह समझ से परे है। आमतौर पर हर घर में चूहों को मारने के लिए यही प्रक्रिया अपनाई जाती है। लेकिन यह प्रक्रिया कितनी खतरनाक हो सकती है इस घटना ने यह साबित कर दिया है।