BHOPAL NEWS : पॉलीटेक्निक अतिथि विद्वान संघ के 400 रुपए प्रति लेक्चर में कार्य कर रहे अतिथि व्याख्याताओं ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। इन अतिथि व्याख्याताओं का आरोप है कि मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री ने कैबिनेट प्रस्ताव पास कराया है किंतु अधिकारियों ने इस प्रस्ताव को रोका हुआ है। अतिथि व्याख्याताओं की माने तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के मार्गदर्शन में कैबिनेट निर्णय के द्वारा 18 जनवरी 2022 को ही पूर्व कार्यरत अतिथि व्याख्याताओं को फिक्स-मानदेय हेतु 2004 से चली आ रही शोषणकारी और अन्याय पूर्ण कालखंड व्यवस्था को समाप्त कर दिया था। लेकिन उसके बावजूद इसका लाभ अतिथि व्याख्याताओं को नहीं मिल रहा है।
न्यायालय ने फिक्स मानदेय के लिए बोला किंतु महाधिवक्ता के अभिमत से पुरानी नीति लागू की
अतिथि व्याख्याताओं का आरोप है कि मा. उच्च न्यायलय म.प्र., जबलपुर द्वारा पारित निर्णय के विरुद्ध विभाग द्वारा अतिरिक्त महाधिवक्ताश्री आशीष आनंद बर्नाड के अभिमत पश्चात इस अन्याय पूर्ण व्यवस्था को वर्षो से शोषित, पीड़ित 400/- प्रतिकाल खंड में मजदूरी स्वरूप अतिथि व्याख्याताओं को 30000/- न्यूनतम फिक्स मानदेय न देकर एक बार फिर अन्याय पूर्ण व्यवस्था को लागू कर दिया गयाI
50 विधायक, 5 सांसद, 1 पूर्व मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष ने लिखा पत्र फिर भी नहीं लागू नहीं फिक्स मानदेय
संघ प्रतिनिधि कई बार विभागीय मंत्री एवं प्रशासनिक अधिकारियों से मिले, साथ ही 50 विधायक , 5 सांसद, 1 पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष सहित समाजाजिक संघठनो के लिखे एवं प्रेषित पत्रों को विश्व के पॉलिटेक्निक अतिथि विद्वान् संघ के सचिव सामान योग्यता और सामान कार्य के बावजूद, वर्षों से अनुभवरत अतिथि व्याख्याताओं को पिछली पंचवर्षीय में 06 अक्तूबर 2018 के आदेशानुसार 400/- प्रतिकालखण्ड और जबकि एकीकृत पोर्टल प्रणाली से नवीन अतिथि व्याख्याताओं को 30000/- प्रतिमाह देकर नियम विरूद्ध शोषणकारी, विघठनकारी और अन्यायपूर्ण व्यवस्था को वर्षो से एक ही पद पर आसीन प्रशासनिक अधिकारीयों द्वारा पद का दुरूपयोग कर निम्न और अनैतिकतापूर्ण प्रशासनिक क्षमता का परिचय देकर , पक्षपात, भेदभाव एवं द्वेषपूर्ण भाव से लागू किया गया हैI जिससे म.प्र. के मतदाताओं कार्यरत अतिथियों में रोष एवं असंतोष व्याप्त है। ज्ञापन के दौरान जिला संयोजक सतीश शर्मा, कॉलेज संयोजक मनोज शाक्य, मनीष चोकोटिया, योगेश कुमार गुप्ता, राधे श्याम गुप्ता एवं अन्य अतिथि व्याख्याता उपस्थित रहे।
अतिथि व्याख्याताओं की मुख्य मांग
1. वर्तमान में 400/- प्रति कालखंड के हिसाब से कार्यरत अतिथि व्याख्याताओं का डाटा DTE PORTAL पर सार्वजानिक किया जावेI
2. वर्तमान में 400/- प्रति कालखंड के हिसाब से कार्यरत अतिथि व्याख्याताओं को सामान कार्य – सामान वेतन का लाभ देकर फिक्स – मानदेय दिया जावेI
3. वर्तमान में कार्यरत अतिथि व्याख्याताओं को 65 वर्ष उम्र तक स्थायित्व एवं पद सुरक्षा दिया जावेI
4. मध्यप्रदेश शासन द्वारा माननीय उच्च न्यायलय में पारित निर्णयों में पॉलिटेक्निक एवं इंजीनियरिंग अतिथि विद्वानों के पक्ष में सकारात्मक रूप से तथ्य प्रस्तुत किये जावे, जिससे Advocate General के हस्तक्षेप विना, न्यायपूर्वक कालखंड आधारित अतिथि विद्वानों को भी फिक्स मानदेय मिल सकेI
5. वर्तमान में 400/- प्रति कालखंड के हिसाब से कार्यरत अतिथि व्याख्याताओं को एकीकृत पोर्टल प्रणाली से चयनित अतिथि विद्वानों/ व्याख्याताओं के सामान फिक्स – मानदेय दिया जावेI