BHOPAL AIIMS NEWS : “टेली-एविडेंस सुविधा चिकित्सा और कानून के बीच इंटरफेस को सुविधाजनक बनाने में एक महत्वपूर्ण छलांग है। भौगोलिक बाधाओं को पाटने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करके, हम मेडिकल प्रोफेशनल्स को अपने कानूनी दायित्वों को निर्बाध रूप से पूरा करते हुए अपनी मुख्य जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सशक्त बनाते हैं” यह विचार एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अजय सिंह ने रायसेन के सिविल कोर्ट में इस सुविधा के माध्यम से आज जमा किए गए अदालती साक्ष्यों के पहले सुचारू संचालन के बाद व्यक्त किये। यह अत्याधुनिक सुविधा कानूनी कार्यवाही के साथ मेडिकल प्रोफेशनल्स की भागीदारी में क्रांतिकारी बदलाव ला कर मूल्यवान समय और संसाधनों को बचाती है।
मिलेगी बेहतरीन सुविधाएं
टेली-साक्ष्य सुविधा उन्नत दूरसंचार प्रौद्योगिकियों के माध्यम से निर्बाध संचार और कानूनी मानकों का पालन सुनिश्चित करते हुए डॉक्टरों और चिकित्सा विशेषज्ञों को अदालत कक्षों में दूर से गवाही और साक्ष्य प्रदान करने में सहायक होगी और उन्हें अनावश्यक यात्रा भी नहीं करनी पड़ेगी।
मेडिको कानूनी मामलों में सुविधा
यह पहल चिकित्सा समुदाय के लिए बहुत महत्व रखती है, विशेष रूप से उन पेशेवरों के लिए जो साक्ष्य जमा करने के लिए दूर की अदालतों में उयस्थित होने के लिए लम्बी यात्रा करते हैं। टेली-एविडेंस सुविधा की शुरुआत के साथ, डॉक्टर अब शारीरिक रूप से अदालत में पेश होने से जुड़ी तार्किक चुनौतियों और खर्चों को दरकिनार करते हुए अपने कानूनी दायित्वों को कुशलतापूर्वक और आसानी से पूरा कर सकते हैं। एफएमटी विभाग की प्रमुख डॉ. अरनीत अरोड़ा ने कहा के फॉरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग में स्थित यह सुविधा जो मेडिको कानूनी मामलों में उनके साक्ष्य जमा करने की सुविधा प्रदान करती है, एम्स भोपाल के सभी मेडिकल प्रोफेशनल्स के लिए खुली है ।