भोपाल । पिछले एक वर्ष में 126 फ ीसदी यात्री बढ़े हैं और वे आगामी मार्च तक कुछ नए रूट पर विमान सेवा शुरू करने के साथ ही वर्तमान में प्रचालन में बंद हो चुकी सेवाओं को री-शैडयूल भी करेंगे। ये बात सोमवार को विमानन कंपनियों ने बैठक में माना है। कमिश्नर कल्पना श्रीवास्तव ने कंपनियों से कहा है कि वे भारत सरकार विमानन मंत्रालय की बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार नए रूट पर विमान सेवाओं के लिए अपने आफ र शीघ्र प्रस्तुत करें।
संभागायुक्त सभाकक्ष में राजाभोज विमानतल पर्यावण प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। बैठक में कलेक्टर तरूण पिथोड़े, डीआईजी (ग्रामीण) शैलेन्द्र सिंह, सीसीएफ रवीन्द्र सक्सेना, विमानपतनम के निदेशक अनिल विक्रम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और विमानन कंपनियों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
108 की सेवा प्रात: 6 से रात 10.30 तक रखें
कमिश्नर ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि वे 108 एम्बूलेंस की सुविधा प्रात: 6 बजे से रात्रि 10.30 बजे तक निर्बाध रूप से रखें। एनएचआई से कहा गया है कि एयरपोर्ट की ओर जाने वाले लेफ्ट टर्न को व्यवस्थित करें और चौराहे को खूबसूरत बनाएं। नगर निगम से कहा गया है कि वे विमानपत्तनम से समन्वय कर एयरपोर्ट से यात्रियों के आवागमन के लिए बसों का संचालन इस तरह से करें जिससे यात्रियों को सुविधा मिले। अधिकारियों ने बताया कि फ्लाइट आने के समय प्राय: सिटी बस उपलब्ध नहीं होती है। कमिश्नर ने निर्देश दिए है कि सिटी बस संचालन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। प्रवेश और निकास द्वार पर स्टैंडी एवं फ्लेक्स आदि भी लगाएं।
कमिश्नर ने नगर निगम अधिकारी से कहा है कि वे विमानतल के नजदीक और गांधीनगर और हलालपुर बस स्टैण्ड के पास तथा बैरागढ़ रेलवे क्रांसिंग के पास खुली मांस, मछली दुकान संचालकों की बैठक कर वहां खुले में मांस विक्रय रोकने की कार्यवाही की जाए । उन्होंने आवारा कुत्तों की धरपकड़ के लिए लगातार 15 दिन अभियान चलाने के निर्देश दिए है। कुत्तों की आवाजाही रोकने के लिए विमानपतन भी गेट आदि लगा रहा है। नगर निगम अधिकारी ने बताया कि विमानतल के नजदीक आईटी पार्क में आवस्रिदिकल लाइट लगवा दी गई है। बैठक में बताया कि राज्य शासन अलग से सर्वे करके मेट्रो रोल को हवाई अड्डा तक विस्तारित करेगा। एयरपोर्ट की बाउण्ड्री वाल का सीमांकन कर आस-पास के रहवासियों को समझाईश देने और सीमांकन कर बाउण्ड्री वाल के निर्माण कराने के राजस्व और विमानपतन आधिकारियों को निर्देश दिए गए है। सीसीएफ से कहा गया है कि वे विमानपत्तन अधिकारियों के साथ वन अमले का संयुक्त भ्रमण कराकर विमानतल पर जैकाल आदि जंगली जानवर नहीं पहुँचे इसके पुख्ता इंतजाम करें ।