भोपाल।
इन दिनों शादी समारोह का दौर जारी है। दूसरी तरफ कक्षा 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं भी आयोजित की जा रही हैं। कुछ दिनों बाद बोर्ड परीक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी। छात्र छात्राएं परीक्षा की रात दिन तैयारी में जुटे हुए हैं, लेकिन कान फोडू डीजे के शोर उनकी पढ़ाई में बाधक बना हुआ है। प्रतिबंधित समय में भी जोरदार आवाज में डीजे बजाए जाने से पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। छात्र छात्राएं अध्ययन नहीं कर पा रहे। इसी से परेशान होकर एक तीसरी के छात्र ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिखा है और मांग की है कि इस तरह के तेज साउंड के डीजे और शोर पर बैन लगाया जाए।
छात्र का नाम हिमांशु सोनी है जो झाबुआ के मदरानी गांव का रहने वाला है। हिमांशु ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर अपनी व्यथा व्यक्त की है। हिमांशु ने लिखा है कि हमारे यहां रात 10 बजे के बाद प्रतिबंध के बाद भी डीजे बजता रहता है, उसके शोर से परेशानी होती है। हम ना पढ़ पाते हैं और ना सो पाते है। हमारा मस्तिष्क दुखने लगता है।हिमांशु ने आगे लिखा है हमारे देश में डीजे का साउंड अधिक है, इससे डीजे के शोर से पर्यावरण को भी नुक़सान होता है, इसलिए इस पर रोक लगायी जाए और हमारे जीव-जंतु पशु-पक्षी को मरने से बचाएं।यह खत 13 फरवरी को लिखा गया है। खत के अंत में जय हिन्द जय भारत लिखा हुआ है।
गौरतलब है कि हर कोई खुशियों मे डीजे पार्टी व मस्ती शोर-शराबा करता है और कोई चाह कर भी किसी की खुशियों को कम नहीं करना चाहता है, लेकिन थोड़े समय का यह शोर-शराबा कहीं बच्चों का भविष्य खराब न कर दे। इन दिनों प्रदेश के बच्चे कक्षा 9वीं एवं 11 वीं की परीक्षा की तैयारी रहे रहे हैं। वहीं 10 वीं व 12 वीं कक्षा के विद्यार्थी पढ़ाई में लगे हुए हैं लेकिन डीजे व चिलम का शोर बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा है। यदि इसी प्रकार के हालात रहे तो बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाएंगें। इसका सीधा असर उनके परीक्षा परिणामों पर पड़ेगा।