कैसे करे बलात्कारियों से अपना बचाव, इन तरीकों से आप चखा सकती है दूष्कर्मियों को धूल

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भोपाल,डेस्क रिपोर्ट। जहां एक ओर उत्तरप्रदेश के हाथरस में हुई घटना ने देश में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए है, वहीं मध्यप्रदेश में भी आए दिन रेप और गैंगरेप की घटानाएं सामने आ रही है। वहीं हाल ही में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्युरो ने 2019 के आकड़े जारी किए है। एनसीआरबी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के हिसाब से मध्यप्रदेश दलित लड़कियों से रेप और छेड़छाड़ के मामले में नंबर 1 है। रिकॉर्ड के हिसाब से साल 2019 में मध्यप्रदेश में दलित बच्चियों के साथ 214 मामले सामने आए है। वहीं अगर देश की बात करे तो हर 16 मिनट में रेप की घटना घटती है।

कैसे करे अपना बचाव


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।