भोपाल।
प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी विधायक के निधन के बाद दो आगर और मुरैना जिले की जौरा विधानसभा सीट खाली हो गई है, जहां आने वाले दिनों में उपचुनाव होना है। इसके पहले ही बीजेपी ने जीत का दावा करना शुरु कर दिया है। अब केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि बीजेपी इसके लिए तैयार हैं। पूरी ताकत के साथ इन चुनावो में लड़ेगी और जीत भी दर्ज करेगी।सत्ता पक्ष की आपसी फूट और बीजेपी संगठन में हुए बदलाव के बाद तोमर के इस बयान ने सियासी गलियारों मे हलचल पैदा कर दी है।बीजेपी नए प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में इन दोनों सीटों को जीतने का बड़ा दावा कर रही है। हालांकि जीत किसकी होगी ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
दरअसल, तोमर शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर मुरैना पहुंचे थे। जहां उन्होंने ये बड़ा दावा किया । इतना ही नही इस दौरान उन्होंने कमलनाथ सरकार पर भी जमकर हमला बोला।उन्होंने कहा जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है। एक साल के बाद भी आज तक किसी का कर्जा माफ नहीं हुआ है।कांग्रेस नेता और सरकार के मंत्री खुद इस बात स्वीकार कर रहे है। तोमर ने कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और गोविंद सिंह के कर्जे को लेकर दिए बयान को सही बताते हुए कहा कि यही बयान मेरा भी है।
इसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दावा किया था कि जौरा विधानसभा में जीत दर्ज करने के साथ प्रदेश में फिर भाजपा लौटेगी और प्रदेश में मचा हाहाकार खत्म होगा। वही राकेश सिंह ने कहा था कि जनता का प्रदेश सरकार से मोहभंग हो चुका है। जनहित की योजनाओं को बंद किये जाने से जनता में आक्रोश है।भ्रष्टाचार को प्रदेश में खुला संरक्षण मिल रहा है । प्रदेश में अराजकता का माहौल है। सरकार के मंत्रियों, विधायकों के अलावा किसी की सुनवाई नहीं कर रही है।बीजेपी पूरे तौर पर अगले उपचुनाव के लिए तैयार है और हमें पूरा विश्वास है कि बीजेपी ही ये उपचुनाव जीतेगी।
ये है भाजपा का लक्ष्य
बता दे कि कांग्रेस विधायक बनवारीलाल शर्मा और बीजेपी विधायक मनोहर सिंह उंटवाल के निधन के बाद जौरा और आगर विधानसभा सीट खाली हो गई है।अगले छह महिनों के अंदर इन दोनों सीटों पर उपचुनाव होना है।इसी कड़ी में बीजेपी ने तो नए प्रदेशाध्यक्ष का भी ऐलान कर दिया है और अब दोनों सीटों पर जीत का दावा ठोक रही है। भाजपा का लक्ष्य है कि इन दोनों सीटों को जीतकर झाबुआ सीट की पराजय का बदला लिया जाए। साथ ही विधानसभा के 109 की संख्या को फिर से हासिल किया जाए। पार्टी के रणनीतिकारों की मानें तो जल्द ही कुछ बड़े नेताओं को उपचुनाव की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। संभावना है कि चंबल-ग्वालियर में भाजपा के बड़े नेताओं में शुमार केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को सीट जिताने की बागडोर सौंपी जा सकती है।वही आगर में भी किसी दिग्गज नेता को जिम्मेदारी देकर जीत सुनिश्चित करने की तैयारी है।
वर्तमान में विधानसभा में सीटों की संख्या
मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं, लेकिन नेताओं के निधन के बाद इसमें कांग्रेस के पास 114 और भाजपा के पास 107 सीटे रह गई है। इसके अलावा कांग्रेस को चार निर्दलीय, दो बसपा और एक सपा विधायक का समर्थन है। ऐसे में कांग्रेस फिर अल्पमत में आ गई है, हालांकि एक निर्दलीय विधायक के मंत्री होने से कांग्रेस वर्तमान में 115 की स्थिति में है।