वास्तुदोष मामला: सदन की आसन्दी से हो शंखनाद तो टलेगा माननीयो की जान का खतरा

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भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में वास्तुदोष का मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है। हाल ही में हुई दो घटनाओं ने इस मामले को हवा दी है। सभी नेताओं का कहना है कि इसका हल निकलना चाहिए। दोष दूर करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास करती रही है। लेकिन अलग अलग 11 वीं विधानसभा लेकर अब तक कई विधायकों का निधन हो चुका है। इन मामलों को विधानसभा में दोष से जोड़कर देखा गया। इस दोष को दूर करने के लिए ज्योतिषों का मानना है कि ज्योतिष विधि के अनुसार वास्तुदोष को दूर कराने के लिए कांग्रेस सरकार को पहल करनी चाहिए, जिससे इसका दोष पूरी तरह से खत्म किया जा सके। 

ब्रह्म शक्ति ज्योतिष संस्थान भोपाल के पंडित जगदीश शर्मा का कहना है कि विधानसभा भवन के अंदर चारों कोनों को ठीक करवाने का काम किया जाए। चारों कोनों में दर्पण लगवा कर वास्तु दोष समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि विधानसभा भवन की चारों दिशाओं में अभिमंत्रित वास्तु दोष निवारक यंत्र विधि-विधान से स्थापित करवा कर भी वास्तु दोष समाप्त किया जा सकता है। विधानसभा भवन में वास्तु मंत्र के पांच लाख जाप करवा कर विधिवत वास्तु दोष शांति पूजा-अनुष्ठान करवाने से वास्तु दोष निवारण होगा।  विधानसभा प्रांगण में विशाल शंख की स्थापना की जाए। विधानसभा भवन में प्रतिदिन पूजा अर्चना एवं शंख ध्वनि की जाए। विधानसभा शुरू होने से पहले अध्यक्ष की आसंदी से शंख ध्वनि की जाए तो निश्चित रूप से वास्तु दोष समाप्त होगा। 

गोलाकार गुम्मट भी वास्तु दोष 

पंडित शर्मा का कहना है कि विधानसभा भवन में कुछ वास्तु दोष पाए जाते हैं, इसमें प्रमुख रूप से विधानसभा भवन का गोलाकार चारों कोने कटे हुए हैं और नाभि स्थल ब्रह्मस्थान सबसे नीचा है। ब्रह्म स्थान में गोलाकार गुम्मट भी वास्तु दोष को दर्शाता है। दक्षिण-पश्चिम दिशा के द्वार से आने वाली सड़क में भी वास्तु दोष है हालांकि एक द्वार पूर्व दिशा में कर दिया गया है फिर भी ब्रह्म स्थल के दोष के कारण कहीं ना कहीं वास्तु दोष विधानसभा भवन के सदस्यों के लिए शुभ नहीं है।

शंख बजने दूर होती है बलाए

 पंडित शर्मा कहते हैं कि हाल ही में विधानसभा भवन में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधिवत पूजा-अर्चना कर अपने कक्ष में बैठना शुरू किया है। भवन की पश्चिम दिशा में छोटा तालाब भी वास्तु दोष को दर्शाता है। पंडित रामजीवन दुबे का कहना है कि किसी भी स्थान या दोष को दूर करने और बलाओं को दूर करने के लिए ही शंख बजाया जाता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा का दोष भी शंख ध्वनि से दूर किया जा सकता है। ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश विधानसभा के नए भवन  का 1996 में उद्धाटन हुआ था। इसके बाद से पिछले 20 साल में जमुना देवी, सत्यदेव कटारे, विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी, हरवंश सिंह सहित 29 विधायकों का निधन हो चुका है।


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