भोपाल, डेस्क रिपोर्ट।आगामी चुनावों से पहले मध्य प्रदेश की राजनीति (MP Politics) में हलचल तेज हो चली है।सोमवार को कांग्रेस की बैठक में 2023 का विधानसभा चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ने के फैसले पर आज प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Dr. Narottam Mishra) ने तंज़ कसा है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ (Kamal Nath) जी सन्यास की उम्र में सेहरा बांधने का सपना देख रहे है। कमलनाथ जी नही समझ रहे है तो कांग्रेस आलाकमान को तो उनकी उम्र का ख्याल कर उन्हें आराम करने का सुझाव देना चाहिए।
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गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि वयोवृद्ध कमलनाथ 2023 में जब चुनाव का नेतृत्व करेंगे तब उनकी उम्र 77 साल के आसपास रहेगी। यह उम्र सन्यास की है न कि सीएम का सेहरा बांधने का सपना देखने की। ऐसा लगता है कि दरअसल कमलनाथ जी की नज़र में पार्टी में कोई और योग्य व्यक्ति है ही नही तभी तो वह सारे अहम पद वह खुद काबिज़ है। पूर्व मुख्यमंत्री वह है, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष वह है नेता प्रतिपक्ष भी वही है ओर अब भावी मुख्यमंत्री भी वही होने इसकी भी उन्होंने घोषणा करवा दी है। ऐसे में कांग्रेस का हश्र क्या होने वाला है समझा जा सकता है।
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डॉ मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस इन्ही वयोवृद्ध नेता के नेतृत्व में सड़क से विधानसभा तक सरकार के खिलाफ लड़ने की बात कर रही है।जबकि यह होने वाला नही है यह कांग्रेस के नेता भी अच्छे से जानते है। क्योंकि वयोवृद्ध कमलनाथ सड़क पर चलते नही है और विधानसभा में उन्हें उपस्थित रहना पसंद नही है। ऐसे में यह तय है कि कांग्रेस के दावे हमेशा की तरह दावे ही रह जाने वाले है।मैदान में कांग्रेस पहले भी दिखती नही है आगे भी नही दिखने वाली है।
मुस्लिम केवल वोट बैंक
कांग्रेस द्वारा रामनवमी व हनुमान जयंती मनाने के निर्णय का मुस्लिम नेताओ के आपत्ति उठाने पर डॉ मिश्रा ने कहा कि मुसलमानों को यह अच्छे से समझ लेना चाहिए कि कांग्रेस के लिए मुस्लिम केवल वोटर है इससे ज्यादा कुछ नही। काँग्रेस द्वारा रामनवमी व हनुमान जयंती मनाने की घोषणा पर कांग्रेस विद्यायक आरिफ मसूद द्वारा इसमें रमजान व रोजाइफ्तारी का जिक्र नही करने पर आपत्ति उठाने पर गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि आरिफ मसूद को आत्मचिंतन करना चाहिए कि कांग्रेस ऐसा क्यों कर रही है। उन्हें समझना चाहिए कि काँग्रेस का मुसलमानों से वास्ता केवल वोट लेने तक का ही रहा है। कांग्रेस के लिए मुस्लिम केवल वोट बैंक है।मुस्लिमो में छदम भय पैदा कर उन्हें हाशिये में रखने का कांग्रेस का यह षडयंत्र पुराना है।
कांग्रेस का मुस्लिमों से वास्ता सिर्फ वोट तक सीमित है। @INCMP के इकलौते मुस्लिम विधायक आरिफ मसूद जी को आत्मचिंतन करना चाहिए।
इफ्तारी करने वाले दिनों में कांग्रेस के नेता मंदिर जा रहे हैं यही तो अच्छे दिन हैं। pic.twitter.com/EHmy26Nn1h
— Dr Narottam Mishra (Modi Ka Parivar) (@drnarottammisra) April 5, 2022
2023 का मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव कमलनाथ जी के नेतृत्व में लड़ने का फैसला कर कांग्रेस ने संन्यास की उम्र में सेहरा बांधा है।
चुनाव के वक्त @OfficeOfKNath जी की उम्र 77 वर्ष की होगी, इससे समझ में आ रहा है कि भविष्य में किसके नेतृत्व में सड़क पर लड़ने का संकल्प लिया जा रहा है। pic.twitter.com/U7r3AGEWG0
— Dr Narottam Mishra (Modi Ka Parivar) (@drnarottammisra) April 5, 2022