भोपाल।
प्रदेश में सर्वेक्षण सहायकों को चार साल से नियुक्ति का इंतजार है, जिसके चलते वे आज शनिवार को वित्तमंत्री का बंगला का घेराव करने पहुंचे। सर्वेक्षण सहायक वित्तमंत्री तरुण भनोट के बंगले पर पैदल मार्च कर धरना देने पहुंचे है। यहां वे मंत्री भनोट को ज्ञापन सौंपकर नियुक्ति की मांग करेंगें।सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान सरकार बनने के बाद उन्हें नियुक्ति देने का वादा किया था, लेकिन एक महिना बीत जाने के बाद भी अब तक इस मामले में ककोई एक्शन नही लिया गया, जिसके बाद सर्वेक्षण सहायक मंत्री के बंगले पर धरना देने पहुंचे।
दरअसल, 2014 में एमपी ऑनलाइन के माध्यम से ऑनलाइन परीक्षा हुई थी, जिसमें 1 माह काम करवाने के बाद बीजेपी सरकार ने काम न होने का हवाला देते हुए सर्वेक्षण सहायकों को वापस घर पर बैठा दिया था।जिसके बाद से उनमें भाजपा के प्रति आक्रोश व्याप्त है, जिसका परिणाम हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में देखने को भी मिला। चुनाव से पहले उन्होंने शिवराज सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर सर्वेक्षण सहायक सरकार बनाने का दम रखते हैं तो सरकार गिराने का भी दम रखते हैं। बीजेपी सरकार आने वाले चुनाव में परिणाम जरूर भुगतेगी । वही इस विरोध का फायदा उठाकर कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले पीसीसी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार बनने पर पुनःनियुक्ति और नियमितीकरण करने वादा कर दिया था। इसके बाद सर्वेक्षणों ने उन्हें समर्थन देने का भी वादा किया था। चुनाव जीतने के बाद सहायक सर्वेक्षण कांग्रेस कार्यालय भी पहुँचे थे और सरकार को बधाई भी दी थी और वादा याद दिलाया था, लेकिन सरकार बनने के ढेढ़ माह बाद भी अबतक मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा इस मामले में कोई पुनः नियुक्ति और नियमतिकरण नही की गई और ना ही इस मामले में कोई आश्वसन दिया गया है ।इसी को लेकर आज सहायक सर्वेक्षणों ने आर्थिक और सांख्यिकीये विभाग के मंत्री तरुण भानोट के बंगले पर ज्ञापन देने पहुंचे है।
वही इस दौरान शासन का सूचना तंत्र फेल नजर आया। 4 किलोमीटर रैली निकालने पर एक पुलिसकर्मी भी यहां नजर नहीं आया हालांकि मंत्री के बंगले पर प्रशासन द्वारा उचित व्यवस्था की गई है, यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। सैकड़ों के तादाद में कर्मचारियों ने मंत्री का बंगला घेरा रखा है और उनसे मिलने की मांग कर रहे है।