भोपाल। मध्यप्रदेश में निजाम बदलने के साथ ही प्रदेश के वक्फ बोर्ड में पिछले पांच साल में हुए भ्रष्टाचार की फाइलों की परतेंं भी खुलने जा रही है। जी हां। प्रदेश की नई कमलनाथ सरकार ने बोर्ड में प्रशासक की नियुक्ति की। प्रशासक ने कमान संभालने के बाद यहां की पुरानी गतिविधियां की जानकारी मंगाई। अनेक मामलों में गड़बड़झाले के संदेह को देखते हुए पुराने कामों की विस्तृत जांच के लिए शासन स्तर पर पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। अब यह कमेटी अपनी टीम के साथ जांच में जुट गई है। अलग-अलग क्षेत्रों में समिति को 15 दिन का समय मामलों की जांच के लिए तय किया गया है। समिति अपने जांच पूरी कर शासन का प्रतिवेदन सौंपेगी।
जानकारी के अनुसार मप्र वक्फ बोर्ड में हो चल रहे भ्रष्टाचार और मनमानी किराएदारी को रोकने ने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने जांच कमेटी बनाई है। यह कमेटी वक्फ बोर्ड के अधीन काम करने वाली मुतावल्ली कमेटी इंतेजामियां औकाफ-ए-अम्मा में आर्थिक एवं वित्तीय अनियमिताओं, गबन, वक्फ सम्पत्तियों की मनमानी किराएदारी आदि बिंदुओं पर जांच करेगी��� दरअसल अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को वक्फ बोर्ड में चल रहे भ्रष्टाचार और गबन की निरंतर शिकायतें मिल रही थी। इन शिकायतों की जांच कर दोषियों पर उचित कार्रवाई करने के लिए यह पांच सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई। इस जांच कमेटी के माध्यम से वक्फ में चल रहे भ्रष्टाचार की जांच की जाएगी। इस कमेटी के बनाई जाने की खबर से वक्फ बोर्ड में हड़कंप मचा हुआ है।
पूर्व चेयरमैन के कार्यकाल की होगी जांच
विभाग द्वारा बनाई गई यह जांच कमेटी मप्र वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन शौकत मोहम्मद खान के संपूर्ण कार्यकाल की जांच कर रिपोर्ट तैयार करेगी। जांच कमेटी को निर्देश दिए गए है वह पूर्व चेयरमैन के कार्यकाल में हुए कामों की लेखों की, वक्फ सम्पत्तियों पर बिना बोर्ड अनुमति निर्माण, नवीन किराएदारियां, किराएदारी परिवर्तन के सभी प्रकरणों, अपात्र लोगों को स्कॉलरशिप वितरण, आदर्श आचार संहिता के दौरान अवैध रूप से बढ़ाई गई पेंशन वितरण और वक्फ रेग्यूलेशन के प्रावधानों का उल्लघंन कर मुतावल्ली कमेटी ओकाफ-ए-अम्मा कार्यकाल बढ़ाने जाने जैसे आदि बिंदुओं की जांच कर रिपोर्ट तैयार करेगी।
इनको शामिल किया कमेटी
इस पांच सदस्यीय कमेटी में किरण गुप्ता, अपर संचालक, आयुक्त पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, कैलाश नागिया, लेखाधिकारी, मो. अहमद खान, सहायक सचिव, मप्र वक्फ बोर्ड, जिलर्लुरहमान, वरिष्ठ लेखापाल और मरगूब मो. खान शामिल किया गया है।
इन बिंदुओं पर होगी जांच
– अगस्त 2013 से नवंबर 2018 तक संस्था के सम्पूर्ण लेखों की जांच एवं वक्फ सम्पत्तियों पर बिना बोर्ड अनुमति निर्माण की जांच।
– भण्डार पंजी एवं भण्डार सत्यापन सभी बिल एवं वाउचर की गहन एवं विस्तृत जांच।
– अगस्त 2013 से नवंबर 2018 तक कमेटी स्तर से की गई नवीन किराएदारियां, किराएदारी परिवर्तन नामांतरण के सभी प्रकरणों की सघन जांच।
– अगस्त 2013 से नवंबर 2018 तक अपात्र लोगों को स्कॉलरशिप वितरण की जांच।
– बिना बजट प्रावधान एवं स्वीकृत के विधानसभा निर्वाचन में आदर्श आचार संहिता के दौरान अवैध रूप से बढ़ाई गई पेंशन वितरण की जांच।
– 13 अगस्त 2018 को मुतावल्ली कमेटी इंतेजामिया औकाफ-ए-अम्मा भोपाल का कार्यकाल समाप्त होने के पूर्व बिना अधिकारी क्षेत्र और गैर कानूनी तौर पर कमेटी का पुनर्गठन संबंधी आदेश 2 अगस्त 2018 तथा उक्त आदेश को वक्फ रेग्यूलेशन के प्रावधानों का उल्लघंन कर इंदौर बैठक आयोजित कर बिना वैध करोम पूरा हुए चैयरमैन से स्वंयम के प्रस्ताव के अनुमोदन से आदेश के पुष्टि किए जाने की जांच एवं इस संबंध में नस्ती प्राप्त कर विस्तृत प्रतिवेदन।