पश्चिम बंगाल चुनाव: नरोत्तम मिश्रा बोले- गलती से भी नही जाना टीएमसी की तरफ..

Pooja Khodani
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नरोत्तम मिश्रा

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गृह मंत्री (MP Home Minister) और बंगाल में BJP के 57 सीटो के प्रभारी डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) ने एक बार फिर ममता सरकार (Mamta Government) पर हमला बोला है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आराम अगर चाहो तो आओ राम की तरफ, फंदे में अगर चाहो फंसना तो जाओ दाम की तरफ, खुशियां जो चाहो जीवन मे तो आओ फूल की तरफ, गलती से भी नही जाना तृणमूल की तरफ। इतना सुनते ही विशाल पांडाल “जय श्री राम” के नारे के साथ गुंजायमान हो गया।

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दरअसल, आज पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हो रहे विधानसभा चुनावों(West Bengal Assembly Elections) के बीच आज  मध्यप्रदेश के गृह मंत्री और बंगाल में भाजपा के 57 सीटो के प्रभारी डॉ नरोत्तम मिश्रा पांडेश्वर विधानसभा पहुंचे थे, जहां विशाल रैली को संबोधित करते हुए मिश्रा ने टीएमसी (TMC0 प्रमुख ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भगवान राम (Ram) हमारे आराध्य है। हमारे रोम रोम में राम है लेकिन ममता दीदी को “राम” उद्घोष से ही परेशानी है। जय श्री राम बोलने पर ही वह नाराज हो जाती है।

डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बंगाल की जनता ममता दीदी को अच्छे से जान गई है। माफिया साथियों के साथ मिलकर बंगाल को कंगाल करने वाली ममता दीदी के लिए विकास का मतलब है उनके भतीजे का आर्थिक विकास, रोजगार का मतलब था भतीजे और माफियाओं को लूटने की छूट देना। ममता दीदी ने तो तुष्टिकरण के चलते दुर्गा पूजा पर ही रोक लगा दी थी ।आज भले ही ममता दीदी बड़ी-बड़ी बातें करे लेकिन बंगाल की जनता उनके कुशासन को भूली नही है।

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नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि टीएमसी के कार्यकता मान रहे है कि टीएमसी का जहाज़ डूबने वाला है , यहीं कारण है कि आज जब आधे से ज्यादा चुनाव खत्म हो चुका है। बड़ी संख्या में टीएमसी नेता व कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे है।पूरे बंगाल में परिवर्तन की लहर है। नौजवान BJP के साथ खड़े है। लेकिन याद रखें संघर्षो के साए में इतिहास हमारा पलता है, जिस ओर जवानी चलती है उस ओर जमाना चलता है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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