भोपाल। भोपाल लोकसभा सीट पर इस बार जनता ने वोटिंग के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है| जिसके बाद से राजनीतिक दल खासकर बीजेपी – कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जोड़ घटा में जुट गए है| कांग्रेस और बीजेपी के नेता इस बड़े हुए मतदान को अपने-अपने पक्ष में बता रही है| पिछली बार के मुकाबले इस बार लोकसभा चुनाव में 7.9 फ़ीसदी ज्यादा वोटिंग हुई है इसी वोट को लेकर दोनों ही दल चिंतित हैं कि ये वोट गया किस ओर है| इस बार भोपाल शहर की जनता ने बंपर वोटिंग करते हुए 65.69 फ़ीसदी वोटिंग की जो 2014 के मुकाबले 7.9 फ़ीसदी ज्यादा है |
2014 में 57.79 फिसदी मतदान हुआ था, इससे पहले 1999 में 61. 88 फीसदी वोटिंग हुई थी इसके बाद से वोटिंग का आंकड़ा 60 फीसदी से ऊपर कभी नहीं पहुँची थी| बढ़े हुए मतदान पर कमलनाथ सरकार में मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर का कहना है कि हमारी सरकार ने जो वादे किए थे वो पूरे किए हैं| इसलिए ये बदलाव का वोट है और कांग्रेस के पक्ष में गया है|
भाजपा का दावा म��ला जनता का समर्थन
बीजेपी भी इसे बडे हुए वोट प्रतिशत को अपने पक्ष में बताने में कोई कमी नहीं छोड़ रही है| विधायक विश्वास सारंग का कहना है कि चुनाव की शुरुआत से ही मोदी-मोदी की आंधी चल रही थी| जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ते चले गए ये आंधी तूफान में बदल गई और जो वोटिंग बढ़ी है ये सिर्फ मोदी के नाम पर हुई है मोदी को लेकर एक अलग तरह का आकर्षण है|
23 को खुलेगा बम्पर वोटिंग का राज
अब ये बढ़ा हुआ वोट किस ओर जाएगा ये तो 23 मई को ही पता चल पाएगा| क्योंकि कांग्रेस ने जो वादे किए थे वो सरकार आने के बाद काफी हद तक उसने पूरे करने की कोशिश की वही बीजेपी ये चुनाव राष्ट्रवाद और मोदी के दम पर लड़ रही है अगर बीजेपी का ये कार्ड चलता है तो ये बढ़ा हुआ मतदान बीजेपी के पक्ष जाता दिखाई देगा| अब देखना दिलचस्प होगा कि ये बंपर वोटिंग किसके चेहरे पर खुशी लाती है और किसके चेहरे पर मायूसी|