भोपाल।
भोपाल। वक्त है बदलाव का’ नारा लेकर सत्ता में आई कमलनाथ सरकार ने एक के बाद एक कई बदलाव किए। बीजेपी सरकार के कार्यकाल में लागू की गईं योजनाओं को बंद करने का फैसला भी लिया जिसमें वंदेमातरम को बंद करना भी शामिल था। लेकिन बीजेपी ने सड़क पर उतर कर जमकर हंगामा किया, बाद में सीएम कमलनाथ ने इसे अलग तरह से शुरू करने की बात कही। अब कांग्रेस के तेवर अन्य योजनाओं को लेकर भी नरम होते दिखाई दे रहे है।ताजा उदाहरण है 12 जनवरी के सूर्य नमस्कार का आयोजन। अब कांग्रेस पूर्व सरकार की तीर्थ दर्शन योजना भी नए स्वरूप में लाने की तैयारी कर रही है।
दरअसल, बीते दिनों खजाने खाली होने का हवाला देकर कमलनाथ सरकार ने शिवराज सरकार की कई योजनाओं पर रोक लगा दी थी। इसमें दीनदयाल वनांचल योजना, आनंद विभाग, जनपरिषद और मीसाबंदियों की पेंशन और हर महिने की पहली तारीख को मंत्रालय में जाने वाला वंदेमातरम् शामिल था। वंदेमातरम् और मीसाबंदियों की पेंशन रोक लगाने को लेकर विवाद भी हुआ था, बीजेपी सड़कों पर उतर आई थी और लगातार सरकार पर हमले करने लगी थी।लेकिन लेकर कमलनाथ सरकार ने अपना रुख बदल दिया है।जिसका नतीजा 12 जनवरी को देखने को मिला, कांग्रेस सरकार पिछले कई सालों से चले आ रहे सूर्यनमस्कार के कार्यक्रम को जारी रखा, वहीं अब कांग्रेस बीजेपी सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को भी हरी झंडी दिखाने के मूड में नजर आ रही है।
खबर है कि कमलनाथ सरकार तीर्थ दर्शन के लिए चलने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकती है।हालांकि कमलनाथ सरकार के मंत्री ने भी इस ओर संकेत दिए है। धर्मस्व न्यास मंत्री का कहना है कि तीर्थ दर्शन योजना चलती रहेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और सीएम कमलनाथ तो प्रचार की शुरुआत तक तीर्थ दर्शन से करते थे, ऐसे में सरकार इसे बंद कर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था औऱ भावना को ठेस नही पहुंचाएगी।माना जा रहा है कि यह निर्णय लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लिया गया है, चुंकी साधु-संतों ने पिछली सरकार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला था, जिसका परिणाम चुनाव में भी देखने को मिला था, ऐसे में सरकार आगामी चुनाव तक कोई बखेड़ा खड़ा करना चाहती और ना ही विपक्ष को मौका।