भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। एक महिला चिकित्सक डॉ. श्रद्धा अग्रवाल के पति कोरोना काल में कई दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद जिंदगी की जंग हार गए। डॉ श्रद्धा ने अपने पति को अनूठे ढंग से श्रद्धांजलि दी है। कोरोना संक्रमण से दिवंगत पति प्रभात कुमार की तेरहवीं व अन्य आडंबरों पर खर्च न करते हुए उन्होंने पति की स्मृति में जयप्रकाश चिकित्सालय भोपाल में 25 KW का सौर ऊर्जा संयंत्र लगावाया है।
बता दें कि प्रभात कुमार बीएचईएल भोपाल से कार्यपालक निदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उनकी स्मृति में स्थापित सौर ऊर्जा संयंत्र से बिजली बनने पर पर्यावरण के लिए हानिकारक “ग्रीन हाऊस गैसों” का उत्सर्जन नहीं होगा। 25 KW के संयंत्र से 120 यूनिट बिजली बनेगी। एक यूनिट बिजली उत्पादन में 915 gm CO2 निकलती है मतलब 915 ×120= 109800gm/109.8kg /day CO2 से बचाव और सालाना 3294 kg CO2 कम।
डॉ श्रद्धा अग्रवाल के इस पुनीत कार्य से अस्पताल के वार्षिक बिल में 3 लाख रुपए की बचत भी होगी। इस संयंत्र में लगाए जा रहे सोलर पैनल की 25 वर्ष और सोलर इनवर्टर की 5 वर्ष की गारंटी रहेगी। कंपनी द्वारा 5 वर्ष मुफ्त रखरखाव का अनुबंध किया गया है। इससे संस्थान भी रोशन रहेगा और पर्यावरण के लिए भी मददगार भी साबित होगा । सौर ऊर्जा सयंत्र स्थापित करने का सारा खर्च डॉ श्रद्धा अग्रवाल ने स्वयं उठाया है। इस प्लांट की लागत दस लाख आई है। शासकीय स्त्री रोग विशेषज्ञ होने के साथ साथ वे राजधानी की जानी मानी पर्यावरणविद भी हैं।
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श्रुति कुशवाहा
2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।