Burahanpur -Nepanagar MLA Sumitra Will Give Class 10th Exam : जिस स्कूल में कभी चीफ गेस्ट बनकर गई महिला विधायक अब एक मार्च से उसी स्कूल में छात्रा बनकर परीक्षा देने जाएगी, इसके लिए उन्हे बाकायदा प्रवेश पत्र भी जारी हो गया है और उन्होंने पढ़ाई भी जमकर की है, मामला मध्यप्रदेश के नेपानगर का है, बुराहनपुर जिले के नेपानगर विधानसभा की भाजपा विधायक सुमित्रा कास्डेकर इस वर्ष कक्षा 10वीं की परीक्षा देने वाली हैं। इसके लिए उन्होंने स्वाध्यायी विद्यार्थी के रूप में अपना फार्म भरा था, दरअसल कक्षा आठवीं के बाद विधायक सुमित्रा ने गावं में स्कूल न होने के चलते आगे की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी, लेकिन किस्मत ने उन्हे राजनीति के सफर में जरूर एक एक कदम आगे बढ़ाते हुए विधायक बना दिया, लेकिन उनके मन में कही न कही आगे पढ़ाई करने की इच्छा बनी हुई थी तो इस साल उन्होंने कक्षा दसवीं की परीक्षा देने की ठानी।
महिला विधायक सामान्य छात्रा बनकर देंगी परीक्षा
स्कूल लाइफ में ही अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ने के 21 साल बाद अब वे किसी परीक्षा में शामिल हो रहीं हैं। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कक्षा 10वीं की परीक्षा एक मार्च से शुरू हो रही है। विधायक सुमित्रा कास्डेकर ने देडतलाई के शासकीय मॉडल हायर सेकंडरी स्कूल से परीक्षा का फार्म भरा है। उन्हें परीक्षा केंद्र बुरहानपुर का शासकीय सुभाष उत्कृष्ट हायर सेकंडरी स्कूल मिला है। खास बात यह है कि सुमित्रा इसी स्कूल में कई बार चीफ गेस्ट बनकर कार्यक्रमों में शामिल हुई है और अब छात्रा बनकर आम बच्चों की तरह ही बेंच पर बैठकर परीक्षा देंगी, परीक्षा में उनके विषय हिंदी, सामाजिक विज्ञान, गणित, संस्कृत, अंग्रेजी और विज्ञान रहेंगे। हालांकि माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी प्रवेश पत्र पर उनके पिता लाबू सेमलकर व मां जानकी बाई का नाम भी है।
महाराष्ट्र की रहने वाली है महिला विधायक
सुमित्रा कास्डेकर का जन्म महाराष्ट्र के अमरावती जिले के सेमाडोह में 15 अगस्त 1983 को हुआ था। 1999 में उनकी शादी देड़तलाई के वेटनरी डॉक्टर राजेश कास्डेकर से हुई। राजेश गायत्री परिवार बुरहानपुर के ट्रस्टी भी हैं। शादी के बाद भी उनकी पढ़ने की इच्छा रही, लेकिन घर की जिम्मेदारियों और फिर बच्चों के जन्म के चलते सुमित्रा आगे चाहकर भी पढ़ाई नहीं कर पाई, इसी बीच सुमित्रा ने 2009 में सरपंच का चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं पाई। इसके बाद 2018 में जनपद सदस्य का चुनाव लड़ा और जीतीं। 2019 में कांग्रेस के टिकट पर नेपानगर विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत कर विधायक बनीं। बाद में वे भाजपा में शामिल हो गईं और 2020 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर दुबारा नेपानगर विधानसभा से विधायक चुनीं गईं।