छतरपुर, संजय अवस्थी। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले से पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। जहाँ चोर पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया। चोर के लापता हो जाने के बाद पुलिस लापरवाही को छुपाने के लिए झूठ का सहारा लेते नजर आई।
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हम आपको बता दें कि मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे जिला अस्पताल के पीछे किशोर सागर मार्ग पर लगे एक हैण्डपंप के समीप एक बुजुर्ग नहा रहा था। बुजुर्ग ने अपने कपड़े हैण्डपंप के समीप ही उतारकर रखे थे तभी इस बुजुर्ग की नजर बचाकर एक चोर उनके कपड़ों से रूपए निकालने लगा। स्थानीय लोगों की नजर चोर पर पड़ गई और उन्होंने तुरंत ही उसे दबोचकर अस्पताल में मौजूद पुलिसकर्मियों को सौंप दिया। अस्पताल की पुलिस चौकी ने पकड़े गए चोर की सूचना वायरलैस के माध्यम से कोतवाली पुलिस को भेजी। थाना कोतवाली के द्वारा प्रधान आरक्षक रामजी और आरक्षक संतराम अहिरवार को अस्पताल चौकी भेजा गया। यहां पुलिस ने चोर से बातचीत की। चोर ने अपना नाम अशोक कुशवाहा निवासी मऊरानीपुर बताया। उसने कैमरे के सामने भी स्वीकार किया कि वह पहली बार चोरी कर रहा था उसे माफ कर दिया जाए। आगे से ऐसा नहीं करेगा। वीडियो पर बयान देने के बाद पुलिस इस चोर को कोतवाली लेकर चली गई लेकिन कोतवाली से दोपहर के बाद यह चोर गायब हो गया।
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टीआई ने किया गुमराह, तहसीलदार ने बताया सच
इस मामले में जब संजय बेदिया से पूछा गया कि जनता द्वारा पकड़े गए चोर पर क्या कार्यवाही की गई तो उन्होंने बताया कि पब्लिक ने जिस चोर को पकड़कर दिया था उसके विरूद्ध चोरी की रिपोर्ट लिखाने के लिए कोई फरियादी थाने नहीं पहुंचा इसलिए उसके विरूद्ध धारा 151 का प्रकरण बनाकर उसे तहसील न्यायालय भेजा गया था जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं इस मामले में जब प्रभारी तहसीलदार अभिनव शर्मा से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि आज उनकी न्यायालय में अशोक कुशवाहा नाम के किसी व्यक्ति को पेश ही नहीं किया गया। चोर के कोतवाली से गायब हो जाने पर थाने के पुलिसकर्मी अलग-अलग कहानियां रच रहे हैं।
छतरपुर एसपी सचिन शर्मा ने कहा कि इस मामले में मुझे कोई जानकारी नहीं है। आपने सूचना दी है मैं जानकारी लेकर कार्यवाही करता हूं।