बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल में सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। आज हम आपको बताएंगे की डाइट में विटामिन C (Vitamin C) शामिल करना कितना महत्वपूर्ण है। साथ ही इसके क्या-क्या सही सोर्सेस है, जिससे इस मौसम में स्किन को हेल्दी, हाइड्रेटेड और ग्लोइंग रखने में मदद मिलेगी। विटामिन C एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह शरीर में इम्यूनिटी को बूस्ट करता है। साथ ही स्किन को अंदर से पोषण देता है। यह एक जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी माना जाता है, जो हेल्थ के लिए काफी ज्यादा जरूरी है।
तपती धूप में लोगों की मुश्किलें काफी ज्यादा बढ़ जाती है। इस मौसम में शरीर में थकावट आने के साथ-साथ चेहरे पर भी बहुत सारी परेशानियां देखने को मिलती हैं, जिसमें सनबर्न, टैनिंग जैसी समस्याएं आम बात है। ऐसे में विटामिन C का सही तरीके से इस्तेमाल करना जरूरी होता है।

विटामिन सी शरीर के जरुरी
एक्सपर्ट्स की मानें तो विटामिन सी शरीर के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी माना जाता है। यह शरीर में इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाने के साथ-साथ स्किन, बाल, दिल और मेंटल हेल्थ के लिए सही रहता है। विटामिन सी मौसमी बीमारियों के खतरे को दूर रखता है। डिहाइड्रेशन और लू लगने से बचाता है। स्किन को चमकदार बनाने के साथ-साथ शरीर को डिटॉक्स करता है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है। बालों को हेल्दी बनाता है, साथ ही दांत और मसूड़े को हेल्दी रखता है।
यह है अच्छा सोर्स
गर्मियों में इन सारी समस्याओं से निजात पाने के लिए विटामिन सी सबसे अच्छा माना गया है। यह सारे पोशाक के तत्वों से भरपूर है। जिसके अच्छे सोर्स ताजा और रसदार फल होते हैं। आप गर्मियों के मौसम में फलों का सलाद, जूस को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, जिससे आपको ठंडक भी मिलेगी।
इन फलों को बनाएं डाइट का हिस्सा
- नींबू
- संतरा
- आंवला
- मौसमी
- अनानस
- तरबूज व खरबूज
- पपीता
लक्षण
- विटामिन सी की कमी के लक्षण में मसूड़े से खून आना शामिल है।
- इसके अलावा, स्कीन पर चोट के निशान जल्दी बन जाना।
- दिन भर थकान और कमजोरी रहना।
- बार-बार सर्दी जुकाम होना।
- चोट लगने के बाद घाव भरने में ज्यादा समय लगाना।
- स्किन रुखी हो जाने के साथ ही झुर्रियां जल्दी आना।
- बालों का कमजोर होकर टूटने लगना।
- जोड़ों में दर्द और सूजन रहना।
- दांतों में दर्द या फिर कैविटी बनना।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)