मध्य प्रदेश के छतरपुर से इस वक्त की बड़ी सामने आई है, जहां पुलिस की निगरानी में जिला अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाज करा रहा कुख्यात अपराधी रविन्द्र सिंह परिहार चकमा देकर फरार हो गया। इस दौरान वह अपने साथ पुलिस की रायफल भी ले गया। इससे पूरे डिपार्टमेंट में हड़कंप मच हुआ है। मामले में कार्रवाई करते हुए 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
खबर फैलते ही अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। वहां मौजूद मरीज और स्टाफ दहशत में आ गए। तुरंत ही पूरे शहर की नाकेबंदी शुरू कर दी गई और पुलिस अलर्ट पर आ गई।
ओरछा रोड थाना का मामला
मिली जानकारी के अनुसार, मामला ओरछा रोड थाना क्षेत्र के ग्राम देरी का है, जो कि पुलिस पर हमला करने के मामले में जेल में बंद था। गिरफ्तारी के दौरान हुई मुठभेड़ में उसके पैर में गोली लगी थी, जिसके बाद उसे 9 सितंबर को जिला अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती किया गया था, जहां इलाज के दौरान आरोपी ने मौका पाकर बड़ी चालाकी से भागने का प्लान बनाया। देर रात आरोपी कैदी वार्ड के गेट पर बाहर से ताला डालकर फरार हो गया। घटना के समय मौके पर तैनात पुलिसकर्मी सोते हुए पाए गए।
4 पुलिसकर्मी निलंबित
मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने आरक्षक राकेश अहिरवार, हरिश्चंद्र अहिरवार, पंकज तिवारी और शिवम शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। फिलहाल, आरोपी की तलाश के लिए थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। साथ ही एसपी ने आरोपी को पकड़ने के लिए 5 टीमें गठित की हैं, जो अलग-अलग इलाकों में उसकी घेराबंदी में जुटी हुई हैं। इसके अलावा, पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है। वहीं, जिले में जगह-जगह नाकेबंदी कर वाहनों और संदिग्ध लोगों की जांच तेज कर दी गई है।
सौरभ शुक्ला, छतरपुर





