छिंदवाड़ा, विनय जोशी। छिंदवाड़ा जिले के तामिया की प्रीति मिश्रा शनिवार सुबह से ट्विटर पर ट्रेंड हो रही हैं। ट्विटर पर उन्हें बर्खास्त करने की मांग की जा रही है। उनके ऊपर आरोप है कि शादी रोकने के नाम पर उन्होंने धर्म स्थल पर तोड़फोड़ की।
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‘प्रीति मिश्रा को बर्खास्त करो’ छिंदवाड़ा की टीआई के नाम से ट्वीटर पर शनिवार सुबह से ट्रेन्ड हो रहा है और चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल छिंदवाड़ा जिले के तामिया के ग्राम मरालढाना क्षेत्र में बुधवार की रात टीआई तामिया प्रीति मिश्रा एक विवाह कार्यक्रम होने की सूचना मिलने पर पहुंची थी। जानकारी मिली थी कि वहां कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन हो रहा है। आरोप यह है कि टीआई ने न केवल दुल्हन को लात मारी बल्कि शादी के लिए तैयार किए गए आदिवासी परंपरा अनुसार देवी देवताओं को जूतों से रौंद दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने वहां पर खाना खा रहे लोगों को भी मारा और उनकी खाने की प्लेटों को इधर-उधर कर दिया। इसको लेकर आदिवासी समाज में भारी रोष है और कांग्रेस उसके समर्थन में खुलकर उतर आई है।
हालांकि पुलिस ने जो कहानी बताई है उसके अनुसार शादी में जमा 200 से ज्यादा लोगों की सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची थी और जब पुलिस पहुंची तो उसके ऊपर वहां उपस्थित लोगों ने हमला कर दिया। शासकीय वाहनों में तोड़फोड़ की, तहसीलदार और ड्राइवर सहित पर हमला किया। तामिया टीआई प्रीति मिश्रा के सिर में भी गंभीर चोटें आई जिसके बाद उन्हें तामिया के अस्पताल ले जाया गया और फिर छिंदवाड़ा रैफर कर दिया गया। तहसीलदार मनोज चौरसिया को भी ग्रामीणों के व्यवहार के चलते वापस लौटना पड़ा। इस घटना के बाद एसपी मौके पर पहुंचे और उन्होंने फिर की स्थिति को नियंत्रित किया। हालांकि लोगों का कहना है कि जो वीडियो पुलिस ने प्रशासन के सामने पेश किए हैं उसमें उस अंदर के वीडियो के बारे में जिक्र नहीं है जिसमें टीआई ने देवी-देवताओं सहित दुल्हन और खाना खा रहे लोगों के साथ अपमानजनक व्यवहार किया। फिलहाल पुलिस ने इस पूरे मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।