भोपाल/छिंदवाड़ा।
शनिवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने गृह जिले छिंदवाड़ा में ध्वजारोहण करने पहुंचे थे। झंड़ावंदन औऱ परेड में सलामी लेने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला, सर्रा में आयोजित विशेष मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने स्कूली बच्चों से के साथ ना सिर्फ भोजन किया बल्कि अपने हाथों से भी उन्हें खाना खिलाया।कमलनाथ के हाथों से खाना खाकर बच्चे उत्साहित हो उठे और इसके बाद काफी देर तक उनसे बातचीत की।बताते चले कि अभी तक पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज को ही बच्चों के साथ देखा जाता रहा है, वे कई मौके पर बच्चों के साथ खाना खाते, शिक्षक की तरह पढ़ाते औऱ उनके साथ खेलने नजर आते रहे है। लेकिन अब कमलनाथ भी उनकी राह पर चलते दिखाई दे रहे है।मुख्यमंत्री बनने के बाद यह पहला मौका था जब कमलनाथ छिंदवाड़ा के बच्चों से यूं मिले और उन्हें अपने हाथों से खाना खिलाया।
दरअसल, शनिवार को मुख्यमंत्री कमल नाथ गणतंत्र दिवस पर छिंदवाड़ा में प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला सर्रा में आयोजित विशेष मध्यान्ह भोज में शामिल हुये। उन्होंने यहाँ बच्चों को अपने हाथों से खाना खिलाया और शुभकामनाएँ दी।इस दौरान नाथ ने बच्चों से कहा कि देश का गौरवशाली इतिहास है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और बलिदानियों के त्याग, समर्पण और संघर्षो के बाद देश को स्वतंत्रता मिली है। जिसके बाद देश में प्रजातंत्र लागू हुआ। भारत के संविधान से दुनिया के अन्य देशों ने भी बहुत कुछ सीखा है। विश्व के कई देशों के संविधान निर्माण में भी डॉ. अम्बेडकर का विशेष योगदान है। प्रजातंत्र को बनाये रखना भावी पीढ़ी की जिम्मेदारी है। आज के बच्चे कल का भविष्य हैं, इसलिये बच्चों में केवल शिक्षा ही नहीं ज्ञान का विकास करना भी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा में संस्कृति और मूल्यों का समावेश जरूरी है। मूल्यों से ही हमारे देश की एकता और समाज का मान बना रह सकता है। श्री नाथ ने शिक्षकों और संबंधित अधिकारियों से बच्चों को मूल्यों की शिक्षा देने की अपेक्षा की और बच्चों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दी। इस दौरान बच्चों ने भी उनसे काफी देर तक बातचीत की और कई सवाल पूछे।