ग्वालियर, अतुल सक्सेना। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व प्रभारी मोहन प्रकाश (Congress Senior Leader Mohan Prakash) ने पेगासस जासूसी कांड और बढ़ते निजीकरण को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया है। ग्वालियर में मोहन प्रकाश ने कहा कि कोई भी राष्ट्रवादी सरकार 41 रक्षा उत्पादन करने वाली संस्थाओं को प्राइवेट नहीं कर सकती है, उसका कलेजा कांप जाएगा। पेगासस (Pegasus) मामले में कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री (PM) को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए नहीं तो इस्तीफा दे देना चाहिए।
ग्वालियर पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अभी तक केंद्र सरकार द्वारा इस देश के जान माल को ख़तरा हुआ, बीमारी, महंगाई और रोजगार की कमी ने इस देश के लोगों को तोड़ दिया, लाखों लोगों की जान चली गई लेकिन अभी जो जासूसी का नया प्रकरण सामने आया है इसमें देश का एक एक नागरिक हिल गया है। क्योंकि इसमें पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनीतिक कार्यकर्ता, विपक्षी पार्टियां सबकी जासूसी हो रही है इसलिए मैं समझता हूँ कि इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
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कांग्रेस नेता मोहन प्रकाश ने कहा कि मेरा आरोप है कि ये बिना प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के सहमति के बिना नहीं हो सकता, क्योंकि सॉफ्टवेयर बनाने वाली संस्था ये कह रही है की वे सार्वभौमिक देश को बेचते हैं इसलिए गृह मंत्री (HM), राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) और प्रधानमंत्री (PM) इन तीन के अलावा इसमें चौथा कोई नहीं हो सकता। और यदि ये गलत है तो सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से जाँच कराइये, प्रधानमंत्री को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए नहीं तो इस्तीफा दे देना चाहिए।
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कांग्रेस नेता ने कहा कि सबसे खतरनाक बात तो ये है कि यदि फोन बंद भी है आपका या दूसरे कमरे में भी रखा है तो भी सॉफ्टवेयर उसे ऑन कर देगा उसका कैमरा ऑन कर देगा आपकी हर अवस्था की तस्वीर आ जाएगी। इसलिए मैं चुनाव आयोग से पूछना चाहता हूँ कि जब बंद मोबाइल से इतना सब उस सॉफ्टवेयर के माध्यम से हो सकता है तो EVM को क्यों हैक नहीं किया जा सकता? ये बात देश के एक एक वोटर के मन में है कि वोट कहीं देते हैं जाता कहीं और है इसलिए अगला चुनाव इन परिस्थितियों में मत पत्र से कराना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट को भी इसमें दखल देना चाहिए राजनैतिक दलों को भी इस पर एक कड़ा निर्णय लेना चाहिए क्योंकि इस देश के अंदर अब कोई संस्था नहीं बची जिसे तहस नहस करने में ये नहीं लगे हैं।
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कांग्रेस के सीनियर लीडर मोहन प्रकाश ने आरोप लगाए कि मोदी सरकार कठपुतली सरकार है। जो दुनिया की शक्तियां हैं उनके फैसले को यहाँ लागू कर रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कोई भी राष्ट्रवादी सरकार इस देश के 41 रक्षा उत्पादन संस्थानों को प्राइवेट नहीं कर सकती उसका कलेजा कांप जाएगा, कोई भी राष्ट्रवादी सरकार जिसे अपने देश से प्रेम हो वो एलआईसी को निजी हाथों में नहीं सौंपेगी, बीपीसीएल जो 26 हजार करोड़ रुपये हर साल सरकार को टैक्स और डिविडेंट के रूप में देती है उसको ये बेचने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिन संस्थानों को हमने बनाया था ये सोचकर बनाया था कि किसी भी क्षेत्र में एकाधिकार ना हो लेकिन आज अडानी के हाथों में पूरा कोस्टल रीजन है अब उसे हवाई अड्डे दे रहे हैं ये एकाधिकार भविष्य में गुलाम बनाने का काम करेगा। पत्रकारों ने जब मध्यप्रदेश में कमलनाथ के केंद्रीय नेतृत्व में जाने और एक नेता एक पद के विषय में सवाल किया तो वे उसे टाल गए, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी का भी उन्होंने सीधा जवाब नहीं दिया। मोहन प्रकाश के साथ प्रदेश काँग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अशोक सिंह भी मौजूद थे।