Dabra : कांग्रेस ने कहा 2023 के लिए तैयार ‘जन-बल से करेंगे धन-बल का मुकाबला’

Gaurav Sharma
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डबरा, अरूण रजक। डबरा से कांग्रेस विधायक सुरेश राजे ने कहा है कि वो 2023 के लिए पूरी तरह तैयार हैं और जनता उनके साथ है। विधायक ने कहा कि हमारा मुकाबला धनबल के साथ है। हमारे पास धन-बल नहीं है लेकिन जन-बल है और जनता के विश्वास के आधार पर ही हम 2023 का चुनाव फतह करेंगे।

विधायक ने सरकार पर आरोप लगाया कि वो डबरा के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रही है और विकास को लेकर उदासीन है। उन्होने कहा कि उनकी पार्टी समुचित विकास के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। साथ ही वे समय समय पर सरकार को गलत निर्माण कार्यों और शहर में होने वाली अनियमितताओं के बारे में अवगत भी करा रहे हैं।

अपने स्तर पर कर रहे हैं काम, फंड की है कमी, गांवों में है बिजली की समस्या

एमपी ब्रेकिंग रिपोर्टर अरूण रजक ने विधायक सुरेश राजे से खास बातचीत की। इस दौरान जब हमने उनसे सवाल किया कि शहर को लेकर उनकी क्या योजनाएं हैं तो उन्होने कहा कि ‘हमारी पूरी योजना तैयार है। हम अपने स्तर पर सारे प्रयास कर रहे हैं लेकिन हमारे पास सीमित फंड है।’ उन्होने सड़क और बिजली के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि जनता में त्राहि-त्राहि है। 24 घंटे बिजली मुहैया कराने के दावों के बावजूद कई गांवों में 4 घंटे भी लाइट नहीं रहती। किसान परेशान हैं और इसका असर कृषि पर पड़ रहा है। उन्होने कहा कि बिजली आ नहीं रही है और आंकलन खपत के नाम पर करोड़ों के बिजली बिल वसूले जा रहे हैं।

मानकों के अनुरूप नहीं हो रहे शहर में काम, अधिकारी सो रहे हैं कुंभकर्णी नींद

पानी की समस्या को लेकर विधायक ने कहा कि जलावर्धन योजना की तर्ज पर अमृत योजना का काम भी मानकों के अनुरूप नहीं हो रहा। उन्होने आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारी-कर्मचारी गहरी नींद में सोए पड़े हैं और ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहे हैं। सड़क की स्थिति पर बात करते हुए उन्होने कहा कि अब सिर्फ मात्र एक साल रह गया है। जनता तैयार है और हमारे दिमाग में डबरा के विकास के लिए पूरा खाका तैयार है और हम शहर का योजनाबद्ध तरीके से व्यवस्थित विकास करेंगे।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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