डबरा, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के डबरा में एक आवारा सांड ने आरक्षक को घायल कर दिया, आरक्षक इंद्रपाल सिंह गुर्जर सिटी थाने में पदस्थ हैं, बताया जा रहा है कि हंड्रेड डायल पर ड्यूटी करते आरक्षक इंद्रपाल पर सांड ने हमला किया। हमले में आरक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए है, प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर चोट के चलते आरक्षक को ग्वालियर रेफर किया गया है।
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डबरा शहर की बात की जाए तो आवारा सांडों के हवाले शहर की सड़के हो गई है, पिछली साल बाढ़ की वजह से शहर की चांदपुर स्थित गौशाला तहसनहस हो गई थी, लेकिन एक साल बाद भी प्रशासन द्वारा मवेशियों के लिए गौशाला का इंतजाम नहीं किया जा सका और इसी गौशाला के आवारा जानवर सड़कों पर घूम-घूमकर लोगों को अपना शिकार बनाते है। यह पहला वाकया नहीं जब आवारा सांडों की वजह से आम जन को नुकसान पहुंचा है। वही कुछ महीने पहले ही डबरा सराफा बाजार स्थित एक व्यापारी की दुकान में 2 सांड लड़ते-लड़ते घुस गए थे, लड़ते सांडों ने नए शोरूम को काफी नुकसान पहुंचाया था। वही व्यापारी को भी काफी चोटें आईं थी जिसके बाद उसे भी इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया था। इसके अलावा शहर में कई ऐसे इलाके हैं जहां इन आवारा सांडों की वजह से आमजन को जान का खतरा बना रहता है। वही बारिशे शुरू हो गई है और ऐसे में अक्सर देखा जाता है कि आवारा मवेशी सड़कों के बीच अपना डेरा जमा लेते हैं। जिससे न केवल आवागमन में लोगों को दिक्कत आती है बल्कि एक्सीडेंट का खतरा भी बना रहता है।
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जब शहर में इस तरह के हादसे हो रहे हैं उसके बावजूद डबरा नगरपालिका की ओर से आवारा जानवरों के लिए किसी भी तरह की उचित व्यवस्था नहीं की जा रही है। गौशालाओं की बदहाली और आवारा पशुओं की बदतर स्थिति सीधे शासन और प्रशासन की गोवंश के प्रति संवेदना पर सवालिया निशान खड़ा करती है। साथ ही सरकार की ओर से गौशालाओं और गांव अंशों की रक्षा सुरक्षा के लिए मुहैया कराई जा रही धनराशि की उपयोगिता पर भी एक बड़ा सवाल पैदा करती है। अब देखना यह होगा कि आज हुए इस हादसे के बाद डबरा नगर पालिका प्रशासन भविष्य में ऐसे हादसे ना हो उनके लिए किस प्रकार अपनी तैयारी करता है।