Dabra Illegal Blasting News : अवैध खनन व परिवहन के कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है, बता दें कि शहर हो या गांव हर जगह अवैध उत्खन्न का कार्य तेजी से चल रहा है। वहीं, काली गिट्टी के अवैध उत्खनन के लिए प्रसिद्ध ग्वालियर जिले के बिलौआ में लगातार अवैध रूप से ब्लास्टिंग की जा रही है। जिसके कारण यहां रहने वाले ग्रामीण भी भय के साए में अपना जीवनयापन कर रहे हैं। और जिसके चलते आसपास बने मकान क्षतिग्रस्त हो रहे है। आज फिर वार्ड क्रमांक 15 से लगी गंगापुर की बस्ती के लोगों ने डबरा एसडीएम के पास पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई है, कि खदान माफिया क्षमता से अधिक ब्लास्ट कर रहे हैं। जिससे उनके मकानों में दरार आ रहीं हैं। साथ ही उन्होंने मुआवजे की मांग भी की है।
यह है पूरा मामला
बता दें कि बिलौआ के वार्ड क्रमांक 15 स्थित गंगापुर निवासी विजेंद्र सिंह, गोपाल सिंह, नारायण सिंह साहित अन्य लोग आज एसडीएम प्रखर सिंह के पास पहुंचे और एक शिकायती आवेदन देते हुए कहा कि गंगापुर बस्ती से लगी काली गिट्टी की खदान है। जो अवैध रूप से संचालित की जा रही है जिनमें से कई खदानों में क्षमता से अधिक ब्लास्ट किए जा रहे हैं। जिससे हमारे मकानों की दीवारें, छत की पटिया टूट चुकी है, तो दुर्घटना की भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
ग्रामीणों ने प्रशासन से की मांग
शिकायतकर्ता विजेंद्र सिंह बघेल का यह भी कहना है कि खदान संचालक अपनी मनमानी कर रहे हैं और शिकायत करने पर उनके ऊपर डरा धमकाकर दबाव भी बनाते हैं इन समस्याओं को लेकर कई बार आवेदन देकर प्रशासन को भी अवगत कराया जा चुका है। पर कोई भी कार्यवाही आज तक नहीं की गई है। उन्होंने यहां तक कहा कि उनको ऐसी परेशानियां काफी समय से झेलनी पड़ रही है लेकिन आज तक अधिकारियों द्वारा कभी कोई कठोर कार्रवाई खनन खनन माफियाओं के खिलाफ नहीं की गई। खनन माफिया लगातार क्षमता से अधिक ब्लास्ट कर मकानों को क्षति पहुंचा रहे हैं। जिससे उनका मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है और कभी भी कोई हादसा हो सकता है उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि वे मौके की जांच करा कर क्षतिग्रस्त मकानों को दिखाएं और ग्रामीणों को मुआवजा दिया जाए और खदान संचालकों को स्पष्ट तौर पर हिदायत दे दी जाए कि वह क्षमता से अधिक ब्लास्ट ना करें। कुल मिलाकर बिलौआ क्षेत्र में खदान संचालकों की मनमानी के किस्से आम बात है। प्रशासनिक अधिकारी आज तक कोई भी बड़ी कार्रवाई नहीं कर पाए। फ़िलहाल प्रशासन की टीम ने जांच का आश्वासन दिया है। अब देखना है कि कोई कार्रवाई होती है या फिर खनन माफिया बेखौफ ब्लास्टिंग कर लोगों के जीवन से खिलवाड़ करते रहेंगे। क्योंकि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि प्रशासन की लापरवाही और ढील के कारण कभी-कभी ऐसे हादसे बड़ा रूप ले लेते हैं।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट