खाद न मिलने से परेशान किसानों ने किया वितरण केंद्र पर हंगामा, पढ़े पूरी खबर

Amit Sengar
Published on -

डबरा,अरुण रजक। प्रदेश में खाद की काफी किल्लत चल रही है सरकर के तमाम दावों के बावजूद किसानों (farmers) को खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला आज भितरवार क्षेत्र में देखने को मिला है जहां पर खाद वितरण केंद्र पर किसानों ने हंगामा किया इस दौरान तीखी नोकझोंक हुई जिसके बाद में अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, जिन्होंने व्यवस्था बनाने और किसानों को लाइन लगाकर खाद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। तब जाकर मामला शांत हुआ।

यह भी पढ़े…Guna : प्रसव के दौरान अधिक रक्त बहने से प्रसूता की हुई मौत, पढ़े पूरी खबर

आपको बता दें कि किसान खाद पाने के लिए संघर्षरत हैं। महिला चूल्हा चौका छोड़कर दिनभर घंटो लंबी कतार में बैठने के बाद भी खाद न मिलने पर किसानों में शासन प्रशासन के खिलाफ नाराजगी पैदा हो गई है। जिसका उदाहरण खाद वितरण केंद्र शासकीय गोदाम पर देखने को मिला है। आक्रोशित किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। थाना प्रभारी प्रशांत शर्मा ने मोर्चा संभाला और किसानों की भीड़ को नियंत्रण करके किसानों की खाद गोदाम पर लाइन लगवाई।

यह भी पढ़े…श्योपुर जिला चिकित्सालय के बाथरूम में गिरने से प्रसूता की मौत, दो दिन पहले दिया था बच्चे को जन्म

जानकारी मिल रही है कि सर्वर डाउन होने की वजह से किसानों को खाद वितरण होने में कुछ समस्याएं आई जिसको लेकर किसानों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर हंगामा किया उधर एसडीएम अश्विनी कुमार रावत ने तहसीलदार शिवानी पांडेय, नायब तहसीलदार कमल सिंह कोली को निर्देश दिए। जिसके बाद तहसीलदार ने गोदाम का निरीक्षण कर खाद स्टॉक का स्टॉक देखा, और गोदाम प्रभारी को खाद वितरण सही ढंग से कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिसके बाद ऑफलाइन किसानो की लाइन लगाकर उनकी भूमि पुस्तक और आधार कार्ड जमा कर खाद बांटा गया। वहीं किसानों को पर्याप्त रूप से खाद वितरित कराया गया। जिससे किसानों को पर्याप्त रूप में खाद मिलने के कारण किसानों के चेहरे पर खुशी का माहौल साफ दिखाई दिया।


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News