Mon, Dec 22, 2025

राशन दुकान में कंट्रोलर और महिला उपभोक्ता के बीच फिंगर प्रिन्ट को लेकर जमकर विवाद, मामला पहुंचा थाना

Written by:Harpreet Kaur
Published:
Last Updated:
राशन दुकान में कंट्रोलर और महिला उपभोक्ता के बीच फिंगर प्रिन्ट को लेकर जमकर विवाद, मामला पहुंचा थाना

Controversy in Dabra Ration Shop : शासकीय उचित मूल्य की दुकानों पर आए दिन कहीं ना कहीं राशन वितरण को लेकर आजकल  शिकायतें और समस्याएं देखने को मिल रही है फिर चाहे वो ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र ऐसा ही एक मामला डबरा के वार्ड क्रमांक 19 में देखने को मिला जहां पर उचित मूल्य की दुकान में संचालक और उपभोक्ता के बीच जमकर विवाद हो गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला और कंट्रोल संचालक के बीच जमकर विवाद होता नजर आ रहा है बाद में महिला मामले की शिकायत लेकर डबरा सिटी थाने पहुंची।

फिंगर प्रिन्ट को लेकर विवाद 

घटना वार्ड क्रमांक 19 की है। आपको बता दें कि डबरा के वार्ड क्रमांक 19 में शासकीय उचित मूल्य की दुकान है जिस पर वही की रहने वाली महिला हेमा पत्नी अमीरचंद अपने बच्चों सहित डबरा सिटी थाने पहुंची। महिला ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि मेरी लड़की दीपमाला का गरीबी रेखा का राशन कार्ड बना हुआ है उसकी तबीयत खराब होने के कारण में दुकान पर पहुंची और कहा कि हमें राशन दे दो तो संचालक सुनील गुर्जर ने मना कर दिया और कहा कि अभी फिंगर नहीं आ रहे हैं तब मैंने कहा कि आप इस बच्ची के तीन बार फिंगर अपडेट कर चुके हैं फिर क्यों नहीं आ रहे है। इस बात को वह लेकर भड़क गया और गाली गलौज के साथ अपशब्दों का प्रयोग करने लगा। महिला और दुकान संचालक के बीच हुए विवाद का वीडियो किसी उपभोक्ता ने बना लिया जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि दोनों के बीच जमकर बहस बाजी हुई है। यह विडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बाद में दोनों पक्ष थाने पहुंच गए इस दौरान थाने में भी जमकर हंगामा हुआ और बाद में दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गई यही कारण रहा कि पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। पर राशन की दुकानों पर उपभोक्ताओं को राशन न मिलने की शिकायत हर जगह से प्राप्त हो रही है और हर दुकान पर सिर्फ यही शिकायत होती है कि या तो सरवर नहीं आ रहे या फिर फिंगर यह दोनों बहाने बनाकर दुकान संचालक उपभोक्ताओं को परेशान करने में लगे हुए हैं आखिरकार राशन वितरण से जुड़ी इन समस्याओं से निपटने के लिए फूड विभाग के आला अधिकारी कब कोई कठोर कदम उठाएंगे या फिर यह सिलसिला यूं ही चलता रहेगा।

डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट