Dabra News : डबरा जिले में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष ने डबरा नगर पालिका के विकास कार्यों की जानकारी दी। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष लक्ष्मी देवी, नगरपालिका उपाध्यक्ष सत्येंद्र दुबे, कमलेश राजोरिया, मनोज पंडा, सुनील शिवहरे, जयेंद्र सिंह गुर्जर, दिनेश पचोरिया, सहित अन्य पार्षद गण मौजूद रहे। नगरपालिका उपाध्यक्ष सत्येंद्र दुबे ने कहा कि पिछले कई दिनों से कुछ पार्षद नगर पालिका का बेवजह विरोध कर रहे है जबकि उनके वार्डों में बराबर विकास कार्य हुए है और हो रहे हैं। डबरा नगर पालिका की परिषद की ओर से शहर के सभी वार्डों में विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इसके अलावा, पानी और साफ-सफाई की व्यवस्था हर वार्ड में की गई है।
विकास कार्यों की दी जानकारी
विरोध कर रहे पार्षदों में कुछ पार्षद ऐसे भी हैं जो पीएम आवास योजना के लिए राशि स्वीकृत कराने के लिए रुपए भी लेते हैं। ऐसे लोगों पर जल्द-से-जल्द नगर पालिका द्वारा जांच कर कार्रवाई की जाएगी। आगे उपाध्यक्ष सत्येंद्र दुबे ने कहा कि इन दिनों 18 पार्षदों की ओर से सीएमओ का विरोध इसलिए किया जा रहा है कि क्योंकि उनके मन के मुताबिक पीएम आवास योजना के हितग्राहियों को राशि नहीं डाली जा रही है। यही कारण है कि पार्षद परिषद का विरोध कर रहे हैं।
उपाध्यक्ष ने कहा कि जो पात्र हितग्राही होंगे उन्हें ही पीएम आवास योजना की राशि स्वीकृत की जाएगी। प्रेस वार्ता के दौरान सत्येंद्र दुबे ने बताया कि डेढ़ करोड़ के विकास कार्य वार्डों में हुए हैं। इनमें से 67 करोड़ के विकास कार्य उन पार्षदों के वार्ड में स्वीकृत किए गए हैं। साथ ही, हर वार्ड के जरूरतमंद लोगों के मजदूरी कार्ड भी बनाए गए हैं और साफ-सफाई स्टाफ से लेकर पेयजल की व्यवस्था भी हर वार्ड में दुरुस्त की गई है।
कुछ पार्षद लोगों को कर रहे गुमराह
वहीं, पार्षद जहेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि जो पार्षद विरोध कर शहर में भ्रामिक जानकारी फैला रहे हैं उनके ही वार्डों में सबसे ज्यादा मजदूरी कार्ड बने हुए हैं और सबसे ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस परिषद की ओर से पिछले 5 सालों में सबसे अधिक विकास कार्य कराए गए हैं। इसके बावजूद, कुछ पार्षद गलत जानकारी फैलाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। शहर में साफ-सफाई पानी की व्यवस्था सड़क निर्माण आदि कार्य हो रहे हैं। जयेंद्र सिंह गुर्जर ने कहा जो पार्षद विरोध कर रहे हैं अगर वह सम्मेलन बुलाना चाहते हैं तो लिखित में नियम अनुसार आवेदन दें जबकि उनकी ओर से किसी को नहीं दिया गया और तो और पब्लिक में गलत जानकारी फैला रहे हैं।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट