डबरा में लुटेरों के हौसले बुलंद, बुजुर्ग महिला से जेवरों को उतरवाकर हुए रफूचक्कर

Shashank Baranwal
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dabra police station

Dabra News: जहां एक तरफ पुलिस अपने कारनामें गिनाते नहीं थकती। वहीं दूसरी तरफ चोर और लुटेरों के हौसले बुलंद नजर आते दिख रहे हैं जिनको ना तो पुलिस का कोई खौफ है और ना ही कानून का डर। आपको बता दें कि इस समय नवरात्रि का त्यौहार चल रहा है जहां अधिकतर महिलाएं अपने गहने और जेवर पहनकर निकलतीं है। लेकिन उनके गहने और जेवरों पर चोरों और लुटेरों की नजरे बनी रहती हैं। ऐसा ही एक मामला डबरा सिटी थाने के अंतर्गत देखने को मिला है। जहां पर थाने के पास से थोड़ी दूरी पर एक बुजुर्ग महिला के साथ दो अज्ञात बदमाशों ने उनके गहने डरा धमका कर लूट लिये। जिसकी शिकायत महिला और उसके परिजनों ने डबरा सिटी थाने में दर्ज कराई है।

बुजुर्ग महिला से पहने हुए जेवरों को उतरवाकर भागे आरोपी

फरियादी किशोरी बाई पत्नी शिवराम पाठक उम्र लगभग 70 वर्ष निवासी स्वयंवर लॉज के पीछे ने बताया कि वह कई वर्षों से कमलेश्वर कॉलोनी में बने एक मंदिर पर पूजा अर्चना करने जाती रहती हैं और उनका आना-जाना थाने के पीछे वाली गली से होता है। जब वह मंदिर से पूजा करके वापस लौट रही थी तब दो अज्ञात लोगों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और उनसे वाद-विवाद करने लगे। किशोरी बाई ने बताया कि उन बदमाशों ने उनके साथ हाथापाई भी की और उन्हें डरा धमका कर पहने हुए सोने की चेन, अंगूठी और कानों के टॉप्स उतरवा लिए और लेकर भाग गए।

सीसीटीवी कैमरे के आधार पर तलाश जारी

वहीं इस पूरे मामले को लेकर डबरा सिटी थाना प्रभारी यशवंत गोयल ने बताया कि एक बुजुर्ग महिला के द्वारा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। जिसमें उन्होंने बताया कि दो अज्ञात बदमाशों ने उनके पहने हुए जेवर को डरा धमकाकर उतरवा लिया। जिसमें एक सोने की चेन, अंगूठी, और कानों के टॉप्स बताए जा रहे हैं। फिलहाल मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए सीसीटीवी कैमरे के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है कि आरोपी कौन है और कहां के हैं और जल्द ही पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी।

अपराधियों के हौसले बुलंद

आपको बता दें कि ऐसा ही एक मामला कुछ समय पहले थाने के ठीक सामने वाले एटीएम पर हुआ था। जिसमें एक एटीएम में घुसकर एक चोर ने एटीएम को तोड़ने की कोशिश की थी। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि चोरों और लुटेरों के हौसले कितने बुलंद है और उनके अंदर पुलिस प्रशासन का कितना डर है। आखिरकार पुलिस उस वक्त क्या कर रही होती है जब थाने के आसपास ऐसी वारदातें होतीं हैं। ऐसे हालात कहीं ना कहीं पुलिस की नाकामयाबी को दर्शाते हैं।

डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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