दमोह, गणेश अग्रवाल। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांचने के लिए अधिकारी राकेश अहिरवार ने प्रिंस नमकीन की सेल्स दुकान पर पहुंचकर उनके द्वारा एक दिन में प्रयोग किए जाने वाले तेल की मात्रा का अंदाज किया और उनसे जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने गुजरात स्वीट्स की फैक्ट्री में पहुंचकर वहां पर भी प्रतिदिन प्रयोग होने वाले कुकिंग ऑयल की मात्रा की जानकारी ली।
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दरअसल केंद्र सरकार के द्वारा दी गई गाइडलाइन के मुताबिक इस तरह के संस्थानों में केवल 3 बार ही किसी तेल का प्रयोग खाद्य पदार्थ को निर्मित करने के लिए किया जा सकता है। इसके बाद इस बचे हुए तेल को बायोडीजल के रूप में प्रयोग किया जाएगा। जिसको लेकर दमोह जिले की बड़ी फैक्ट्री में जहां बड़ी मात्रा में तेल का प्रयोग होता है वहां जानकारी ली गई। जिसमें प्रतिदिन उपयोग होने वाले तेल एवं कितनी बार प्रयोग होने वाले तेल का अंदाज़ करके जानकारी एकत्रित की गई। गाइडलाइन का उल्लंघन पाए जाने पर आगामी दिनों में इन संस्थानों पर कार्रवाई भी की जाएगी।