दमोह, गणेश अग्रवाल। बढ़ती महंगाई और डीजल पेट्रोल की कीमतों में हो रहे इज़ाफ़े के बीच कांग्रेस ने आंदोलन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा हुई लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना देखता रहा। अभी जिले से कोरोना पूरी तरह खतम नहीं हुआ है, ऐसे में इस तरह के आयोजन खतरे की वजह साबित हो सकते हैं।
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दमोह में कांग्रेसियो ने जमकर प्रदर्शन किया। बड़ी तादात में जमा हुए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बस स्टेण्ड पर पेट्रोल पम्प का घेराव किया। इस दौरान कुछ रोचक तस्वीरें भी सामने आई जब कांग्रेस विधायक अजय टंडन और जिलाध्यक्ष मनु मिश्रा नेता की जगह न्यूज़ रिपोर्टर की भूमिका में दिखाई दिए। वो आम लोगो से महंगाई के मुद्दे पर सवालात करते नजर आए। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि कोरोना के दौर में वो इस तरह के आंदोलन नहीं करना चाहते थे लेकिन मुद्दे आम जनता से जुड़े है लिहाजा उन्हें मैदान में आना पड़ा।उन्होने कहा कि आज तो सिर्फ ट्रेलर था, यदि महंगाई पर लगाम नहीं लगाई गई तो कांग्रेस बड़े आंदोलन और प्रदर्शन भी करेगी।
हालांकि अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है और इस तरह के भीड़ वाले आयोजनों से हालात बिगड़ भी सकते है। यहाँ अभी भी लगातार कोरोना मरीज मिल रहे है, उनकी संख्या कम हुई है लेकिन जिला पूरी तरह से कोरोना मुक्त नहीं हुआ है। पहले विधानसभा उपचुनाव के दौरान दमोह में नियमों की अनदेखी हुई और अब धरने प्रदर्शन घेराव जैसे आयोजनों के जरिये भीड़ इकट्ठा की जा रही है। ऐसे में सरकार की कोविड गाइडलाइन और प्रशासनिक तैयारियां भी सवालों के घेरे में है। जिला प्रशासन के अफसर भी इस तरह के हालात को अपनी आँखों से देख रहे है और उनके पास कोविड गाइड लाइन की धज्जियाँ उड़ाए जाने के सवाल पर सिर्फ एक जवाब है की लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का आग्रह किया गया है।