एमपी की मोहन सरकार में दमोह को मिले दो राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), लेकिन नहीं मनाया गया जश्न

damoh

Damoh News: एमपी में नई सरकार के मंत्रीमंडल गठन में दमोह जिले को दो राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मिले हैं। लेकिन दमोह में जश्न नहीं मनाया गया। क्योंकि सोमवार की सुबह इलाके के कद्दावर नेता बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष पंडित बिहारी लाल गौतम का निधन हो गया। वहीं दमोह जिले के पथरिया से विधायक लखन पटेल और जबेरा से विधायक धर्मेन्द्र सिह लोधी को मोहन मंत्रीमंडल में जगह मिली है।

जातीय समीकरणों को साधने की कोशिश की गई

गौरतलब है कि लखन पटेल पथरिया से बीएसपी की चर्चित और दबंग विधायक रही रामबाई सिंह को हराकर दूसरी बार विधायक बने हैं। 2013 में पथरिया से विधायक बने पटेल 2018 में रामबाई से चुनाव हारे थे। लेकिन बीजेपी ने इस बार फिर उनपर विश्वास किया। जहां उन्होंने जीत दर्ज की है। वहीं अब मंत्रीमंडल में भी शामिल हुए हैं। दूसरी तरफ जबेरा से लगातार दूसरी बार विधायक बने धर्मेन्द्र लोधी भी मंत्रीमंडल में शामिल किए गए हैं। धर्मेद्र युवा चेहरा हैं और संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं। हालांकि इस मंत्रीमंडल में अनुभवी और वरिष्ठ विधायकों की अनदेखी जरूर हुई है। इसी दमोह जिले से जिला मुख्यालय की दमोह सीट से आठवीं बार विधायक चुने गए पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया और हटा सीट से तीसरी बार विधायक बनी उमा देवी खटीक को कोई जगह नही मिली है। माना जा रहा है कि मंत्रीमंडल विस्तार में जातीय समीकरणों को साधने की कोशिश की गई है।  लखन पटेल और धर्मेद्र लोधी दोनो ओबीसी वर्ग से आते हैं इलाके में लोधी और कुर्मी जातियो की बाहुल्यता को देखते हुए दोनों को तरहीज दी गई है।

बीजेपी के कद्दावर नेता की हार्ट अटैक के कारण हुई मौत

दो मंत्री मिलने के बाद जिले में खुशी तो है लेकिन बीजेपी ने अपने सीनियर नेता को सम्मान देते हुए जश्न से दूरी बना ली है। आज सुबह सोमवार को हार्ट अटैक से बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष बिहारी लाल गौतम का निधन हो गया है। जिनका अंतिम संस्कार कल यानी 26 दिसम्बर को होगा। गौतम जिले में बड़ा नाम थे। वो जिले में बजरंगदल के पहले संयोजक रहे हैं और बीजेपी कें बड़े नेता के रूप में जाने जाते रहे हें। इसके अलावा दमोह के धर्म जगत में उनका बड़ा योगदान रहा है। बीजेपी के जिला अध्यक्ष प्रीतम लोधी के मुताबिक जिला बीजेपी में शोक की लहर है और इस वजह से मंत्री मिलने की खुशी में किसी भी प्रकार का जश्न नही मनाया जा रहा है।

दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट

 

 


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News