Damoh News : मध्य प्रदेश के दमोह जिले में हाल ही में दो स्कूली छात्राओं के लापता होने का मामला सामने आया था, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। 25 अक्टूबर की रात को लापता हुई इन छात्राओं को पुलिस ने दो दिन बाद बरामद कर लिया है, लेकिन इस घटना ने किडनैपिंग और ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दरअसल, मामला 25 अक्टूबर का है। जब स्कूल से 2 लड़कियां घर नहीं लौटीं, तब उनके परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसे गंभीरता से लेते हुए एसपी ने खुद जांच शुरू की और आसपास के जिलों में पुलिस को सक्रिय किया।
छात्राएं हुई बरामद
वहीं, मुखिबर तंत्र की सूचना पर दोनों लड़कियों को बीना से जबलपुर की ओर जा रही ट्रेन से सुरक्षित बरामद किया है। बरामद होने के बाद इन छात्राओं ने अपने परिजनों को जो जानकारी दी, उससे मामला बेहद पेंचीदा हो गया है। उन्होंने बताया कि कुछ अज्ञात लड़कों ने पहले से उन्हें स्कूल के समय में बाजार में मिलकर खाने का कुछ दिया और उसके बाद से वो इन लड़को के सम्पर्क में थी। 25 तारीख को उन्होंने लड़कियों को स्कूल से बाहर बुलाया और ट्रेन में ले गए। इस दौरान उन्हें ट्रेन में भी खाने की कुछ चीज दी गई, पैर में काला धागा बांधा गया और एक लड़की की मांग में सिंदूर भी भरा गया। इन लड़कियों को उत्तर प्रदेश के झांसी ले जाकर बेचने की योजना थी, लेकिन उन्हें जबलपुर ले जाते वक्त पुलिस ने बरामद कर लिया। हालांकि, देर रात तक छात्राओं से पूछताछ करने के बाद भी पुलिस ने अभी कुछ भी खुलासा नहीं किया है।
CSP ने दी ये जानकारी
सीएसपी अभिषेक तिवारी के मूताबिक, दोनों लापता छात्राओं को बरामद किया गया है। देर शाम से ही दोनों से पूछताछ चल रही है। साथ ही इनके गायब होने की वजह पता लगाने की कोशिश जारी है। इधर, लड़कियों के परिजनों की बातों का पुलिस की तरफ से किसी भी बात की पुष्टि नहीं की गई है। जांच पूरी होने के बाद ही खुलासा करने की बात कही जा रही है। वहीं, परिजनों द्वारा दी जा रही जानकारी चिंता का विषय है, क्योंकि इस मामले में किडनैपिंग और ह्यूमन ट्रेफिकिंग जैसी बातें सामने आ रही है। यदि ऐसा है तो मामला सामान्य नहीं, बल्कि चिंता बढ़ाने वाला है।
दमोह, दिनेश अग्रवाल