शनिवार 5 अक्टूबर को सिंग्रामपुर में होने वाली कैबिनेट बैठक की तैयारी पूरी, तीन मंत्रियों ने लिया जायजा

बावन गढ़ की महारानी के नाम से विख्यात रानी दुर्गावती को लेकर प्रदेश और केंद्र सरकार ने पहले भी कई काम किये है लेकिन इस बार रानी की 501 वीं जयंति है और इस ऐतिहासिक दिन को प्रदेश सरकार हर दृष्टि से ऐतिहासिक बनाना चाहती है।

Atul Saxena
Published on -
Damoh News

Damoh News : देश और दुनिया के इतिहास के पन्नों में दर्ज गोंडवाना साम्राज्य की महारानी दुर्गावती यूं तो अपने योगदान को लेकर अमर है लेकिन उनकी संग्राम स्थली एक बार फिर इतिहास बनाने जा रही है, इस बार एमपी सरकार रानी के सम्मान में कुछ अलग करेगी और 5 अक्टूबर का दिन सूबे के इतिहास में दर्ज होगा, क्या है पूरा मामला देखिए दमोह से इस खास रिपोर्ट में…

देश भर में आदर और सम्मान के साथ याद किये जाने वाली गोंडवाना साम्राज्य की अमर वीरांगना रानी दुर्गावती का संग्राम और अकबर जैसे शहंशाह को परास्त करने के किस्से इतिहास में दर्ज है, आदिवासी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली रानी दुर्गावती ने एमपी के दमोह जिले के सिग्रामपुर में संग्राम के कई कीर्तिमान रचे और ये इलाका रानी के शासनकाल में उनकी राजधानी भी रहा, इस इलाके में बना सिंगौरगढ़ का किला रानी के अदम्य साहस और वीरता की गवाही देता है।

5 अक्टूबर का दिन फिर लिखेगा इतिहास 

बावन गढ़ की महारानी के नाम से विख्यात रानी दुर्गावती को लेकर प्रदेश और केंद्र सरकार ने पहले भी कई काम किये है लेकिन इस बार रानी की 501 वीं जयंति है और इस ऐतिहासिक दिन को प्रदेश सरकार हर दृष्टि से ऐतिहासिक बनाना चाहती है। रानी को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बड़ा निर्णय लिया है और कल यानी 5 अक्टूबर को पूरी सरकार यानी मोहन केबिनेट सिग्रामपुर में मौजूद रहेगी। यहाँ सरकार की कैबिनेट बैठक होगी और रानी के सम्मान में एक बड़ी सभा होगी।

महिला सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण है रानी दुर्गावती 

रानी महिला सशक्तिकरण का बड़ा उदाहरण है जिन्होंने पांच सदियों पहले नारी शक्ति के रूप में उभर कर देश के सामने नजीर पेश की थी लिहाजा उनके ही सम्मान में आज की नारियो का सम्मान और लाडली बहना योजना की किश्त भी यहीं से जारी होगी। इस बड़े आयोजन को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही है। प्रदेश सरकार के तीन तीन मंत्री प्रहलाद पटेल, लखन पटेल और धर्मेन्द्र सिह लोधी इसकी मानीटरिंग कर रहे है तो पूरा प्रशासनिक अमला इस ऐतिहासिक अवसर को यादगार बनाने में जुटा है।

मंत्री प्रह्लाद पटेल बोले, रानी के शौर्य की यहाँ अमिट छाप है 

प्रदेश के पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल के मुताबिक इस आयोजन का निर्णय साल भर पहले यानी 5 अक्टूबर 2023 को ले लिया गया था जबकि रानी की 500 वीं जयंती  पर सीएम ने उनकी जन्मस्थली पर केबिनेट की बैठक की थी और उस निर्णय को अब फ़लीभूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इतिहास लिखने जा रही इस जमीन पर रानी के इतिहास की अमर छाप है ही इसके पहले प्रदेश के अमूमन सभी मुख्यमंत्री रानी को श्रद्धांजलि देने आए है तो कुछ सालों पहले देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कई दिग्गजों ने यहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। यहाँ के विकास को लेकर भी मांग उठती रही और अब प्रदेश सरकार की पहल पर यहाँ के और विकास की दलील पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल दे रहे हैं।

मंत्री लखन पटेल, धर्मेंद्र लोधी को भरोसा, यहाँ ऐतिहासिक निर्णय लिए जायेंगे  

पशुपालन मंत्री लखन पटेल ने कहा कि ये पहला मौका ये जब सिंग्रामपुर जैसे क्षेत्र में कैबिनेट की बैठक होगी, उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक स्थल पर इस बार कई ऐतिहासिक निर्णय लिए जाएंगे और आने वाली पीढ़िया इन्हें याद करेगी। पर्यटन एव संस्कृति मंत्री धर्मेन्द्र सिह लोधी ने कहा कि दमोह जिले का सिंग्रामपुर ऐतिहासिक स्थल होने के साथ साथ पर्यटन की दृष्टि से बेहद खास है। इलाके के पर्यटन क्षेत्र सैलानियों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं तो कुछ महीनों पहले कि केंद्र सरकार ने इस इलाक़े को बड़ा तोहफा दिया और रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व और नोरादेही टाइगर रिजर्व को एक साथ मिलाकर इसे एक टाइगर रिजर्व बनाया है जिसका नाम भी रानी दुर्गावती के नाम पर रखा गया है और खास बात ये है कि ये टाइगर रिजर्व देश का सबसे बड़ा टाईगर रिजर्व बन गया है। इन तमाम बातों को देखते हुए प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र सिह लोधी कहते है कि सरकार ने हमेशा इस स्थल को महत्व दिया है वही अब जब पूरी सरकार यहाँ जुटेगी तो यकीनन यहां और भी कई सौगातें मिलेंगी।

जिला प्रशासन मुस्तैद, पुलिस भी चौकन्नी 

उधर एक बड़े आयोजन और पूरी सरकार की मौजूदगी के मद्देनजर यहाँ तमाम व्यवस्थाएं की जा रही है, दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर और एसपी श्रुतकीर्ती सोमवंशी ने कहा कि कैबिनेट की बैटक और अन्य कार्यक्रमों को देखते हुए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, तीनों मंत्रियों और अन्य जन प्रतिनिधियों ने आज इसका जायजा लिया है, प्रशासन ने सुरक्षा से लेकर अन्य सभी इंतजाम पुरे कर लिए हैं।

बहरहाल दमोह जिले का सिंग्रामपुर गांव इतिहास को अपने भीतर समेटे 5 अक्टूबर के दिन एक नई इबारत लिखने जा रहा है, प्रदेश सरकार का रानी के प्रति सम्मान जमीन पर भी दिखाई देगा और लोगों को भी उम्मीद है कि इस सम्मान से इलाका और विकसित होगा और नई इबारत के साथ दुनिया मे और मशहूर होगा।

दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News