भोपाल।
वादे के मुताबिक कमलनाथ सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है।इसके लिए किसानों से आवेदन भरवाए जा रहे है और लिस्ट पंचायतों में चस्पा की जा रही है, हालांकि इसमें कई गड़बड़ियां भी सामने आ रही है, कही कर्जमाफी की जगह 25 रुपये का कर्जा माफ हो रहा है तो कही किसान कर्जमाफी लेने से इंकार कर रहे है। वही दमोह के हटा में एक नया ही मामला सामने आया है। यहां कर्जदार किसानों की सूची में पूर्व कृषि मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया का नाम भी शामिल किया गया है, जबकी उन्होंने आवेदन ही नही किया।बकायदा उनके नाम से करीब 1.61 लाख रु. का कर्ज बकाया दर्शाया गया है।लिस्ट के सामने आते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
दरअसल, हटा के हिनौता एसबीआई शाखा से कर्जदार किसानों की सूची में जारी की गई है, जिसमें पूर्व कृषि मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया का नाम भी शामिल है। बैंक ने उनके नाम से करीब 1.61 लाख रु. का कर्ज बकाया दर्शाया है।जबकी कुसमारिया ने कर्जमाफी के लिए आवेदन ही नहीं किया है। उनका कहना है कि वह सांसद, विधायक, मंत्री रहे हैं, इसलिए वे इस योजना के दायरे में नहीं आते। सूची में नाम आने के बाद बैंक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। विवाद को बढ़ता देख मैनेजर ने फौरन सफाई देते हुए कहा कि ये फाइनल सूची नहीं है, इसकी जांच होगी और इसके बाद संशोधित सूची जारी की जाएगी।
बता दे कि कुसमारिया वही है जिन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला था और दो सीटों दमोह और पथरिया से चुनाव लड़े थे।हालांकि उन्हें जीत हासिल नही हुई थी, लेकिन इससे भाजपा को काफी नुकसान हुआ था, जिसके चलते पार्टी ने उन्हें निष्काषित कर दिया था। भाजपा के कार्यकाल में वे कई पदों पर रहे है और वे पेशे से किसान भी है।