ग्राम रोजगार सहायक को 15000 रुपये की रिश्वत लेते ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस ने किया गिरफ्तार

ट्रैप दल आज 10 दिसंबर को दतिया रवाना हुआ और आरोपी मुकेश यादव को सर्किट हाउस के बगल में झांसी रोड दतिया पर आवेदक से पहली क़िस्त के रूप में 15000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।

Atul Saxena
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Lokayukta Action: भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री  डॉ मोहन यादव ने जीरो टोलरेंस के निर्देश दिए हैं, सरकार इस बात को लेकर गंभीर है कि कोई भी अधिकारी या फिर कर्मचारी रिश्वत नहीं मांगे और यदि शिकायत आती है तो तत्काल एक्शन लिया जाये।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर लोकायुक्त पुलिस भी एक्टिव है, इसी क्रम में ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने आज दतिया में ग्राम रोजगार सहायक को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है, आरोपी ग्राम रोजगार सहायक फरियादी से 15 हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था।

दतिया के किसान ने ग्वालियर लोकायुक्त एसपी ऑफिस में दिया आवेदन  

ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस एसपी राजेश मिश्रा से मिली जानकारी के मुताबिक दतिया जिले के निचरोली गांव के रहने वाले किसान सोबरन सिंह यादव ने एक शिकायती आवेदन कार्यालय में दिया था जिसमें ग्राम रोजगार सहायक मुकेश सिंह यादव पर रिश्वत मांगे जाने के आरोप लगाये गए थे।

ग्राम रोजगार सहायक ने मांगी 30,000 रुपये की रिश्वत  

फरियादी सोबरन सिंह यादव ने आवेदन में बताया कि उसके पिता के नाम के खेत तालाब निर्माण कार्य के मस्टर भुगतान हेतु लगाने के लिए ग्राम रोजगार सहायक मुकेश सिंह यादव 30000 रु रिश्वत की मांग कर रहा है।
पुलिस अधीक्षक ने शिकायत का सत्यापन कराया और फिर एक टीम गठित ट्रैप प्लान की गई।

लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा 

ट्रैप दल आज 10 दिसंबर को दतिया रवाना हुआ और आरोपी मुकेश यादव को सर्किट हाउस के बगल में झांसी रोड दतिया पर आवेदक से पहली क़िस्त के रूप में 15000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त टीम ने आरोपी ग्राम रोजगार सहायक मुकेश सिंह यादव के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा-7, के अन्तर्गत मामला दर्ज किया, कार्यवाही जारी है।

 

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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