दतिया।सत्येंद्र रावत।
मथुरा से बीना तक चल रहे तीसरी रेल लाइन के कार्य में लग रहे मटेरियल की जांच करने के लिए पुलिस और माइनिंग विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से सिंध नदी पर बनाए जा रहे रेलवे ब्रिज पर पहुंचे जहां टीम को देखकर पूरे कार्यक्षेत्र में हलचल मच गई और कार्य कर रहे अधिकारी व कर्मचारी मौका डालते नजर आए।
दरअसल पुल निर्माण के कार्य में प्रयोग की जा रही रेत गिट्टी आदि अवैध मटेरियल की सूचना जिला कलेक्टर रोहित सिंह को मिली थी जिस पर माइनिंग विभाग के ऑफिसर श्री तिवारी को निर्देशित करते हुए जांच के आदेश दिए थे जिस पर माइनिंग इंस्पेक्टर घनश्याम यादव एवं गोराघाट पुलिस निरीक्षक अजय चानना निर्माण स्थल पर पहुंचे जहां रेत गिट्टी कास्ट ऑफ़ देखकर हक्के बक्के रह गए। निर्माण स्थल पर रेत का पहाड़ जैसा डंफ लगा हुआ है वही गिट्टी की मात्रा भी कम नहीं है जिसको लेकर माइनिंग इंस्पेक्टर ने घटनाएं वारदात का पंचनामा बनाकर रेत एवं गिट्टी के अवैध स्टॉक के दस्तावेजों की जांच के लिए 3 दिन का समय दिया है यदि 3 दिन में पुल निर्माण विभाग संबंधित रेत गिट्टी आदि का स्टॉक की रॉयल्टी नहीं दिखा पाता है तो संबंधित विभाग द्वारा 5 गुना रॉयल्टी वसूल करने के लिए सभी स्टाफ को जप्त किया जाएगा। यह पूरी कार्रवाई गोराघाट थाना प्रभारी निरीक्षक अजय चानना की मौजूदगी में की गई।
वही आपको बता दें कि तीसरी रेल लाइन के लिए बड़े स्तर पर अवैध मिट्टी अवैध गिट्टी अवैध रेत के साथ-साथ अन्य निर्माण कार्य भी घटिया तरीके से किए जा रहे हैं जिसका धनी धोरी केवल आरबीएनएल के अधिकारी हैं जो कभी मौके पर आते ही नहीं है उन्हें तो अपने कमीशन से मतलब है।