देवास, शकील खान। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि कृषि कानून (agriculture law withdraw) की लड़ाई में जो किसान शहीद हुए हैं उनकी शहादत को सरकार याद करें और उनके परिजनों को राहत राशि दी जाए। उन्होंने कृषि कानूनों का रद्द होना किसानों की ताकत का प्रमाण बताया है।
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दरअसल, आज प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शुक्रवार को देवास के नेमावर और खातेगांव क्षेत्र में दौरे पर हैं।महंगाई विरोधी जन जागरण आंदोलन के सिलसिले में वे वहां गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा तीनों कृषि कानूनों को रद्द किए जाने के फैसले पर उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जी और बीजेपी (BJP) किसानों की ताकत नहीं समझते। पूरी पार्टी कृषि कानूनों को लागू करने में पूरी ताकत से लगी रही और कहती रही कि कानून बहुत अच्छे हैं। लेकिन आज फिर से लोकतंत्र की जीत हुई है और किसान आंदोलन की विजय हुई है।
दिग्विजय ने कहा कि मैं उन बहादुर किसानों को बधाई देता हूं जो धरने पर बैठे और शहीद हुए। किसानों को श्रद्धांजलि देता हूं। दिग्विजय ने यह मांग की है कि प्रधानमंत्री शहीद हुए किसानों की शहादत को याद करते हुए उनके परिजनों को राहत राशि प्रदान करें। इसके साथ ही MSP के मामले में कानून स्वरूप देने के लिए सभी राजनीतिक दलों के साथ और किसान संगठनों के साथ चर्चा की जाए और आने वाले सत्र में किसानों के पक्ष में MSP कानून लाया जाए।
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इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि आने वाले सत्र में कृषि कानूनो को निरस्त करने के लिए मोदी सरकार पहल करें ताकि विधिवत रूप से पार्लियामेंट इन कानूनों को रद्द कर दें। दिग्विजय ने कहा कि किसानों ने यह जता दिया है कि अगर उनसे बगैर पूछे, तलाशी, समझे कोई भी कानून आप लाएंगे तो किसान अपना हित समझता है। आप उसे मूर्ख नहीं बना सकते।