Dhar News : मध्यप्रदेश के धार में पुलिस विभाग द्वारा पुलिसकर्मियों को सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम डीआरपी लाईन में आयोजित किया गया। जिसमें एसपी आदित्य प्रतापसिंह, एडिशनल एसपी देवेन्द्र पाटीदार सहित पुलिस के अन्य अधिकारी और चिकित्सक भी मौजूद रहे। वहीं, एसपी आदित्य प्रतापसिंह ने बताया कि सभी पुलिसकर्मियों को सीपीआर का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे हार्ट अटैक की स्थिति में सीपीआर देकर वे लोगों की जान बचा सके। इस प्रकार के आयोजन अन्य जगह भी जल्द किए जाएंगे।
पीड़ित व्यक्ति की ऐसे बचाएं जान
प्रशिक्षण में बताया गया कि सडक हादसों के दौरान या किसी भी प्रकार से हार्ट अटैक आने पर सीपीआर के माध्यम से पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। सीपीआर वाहन या एम्बुलेंस की मदद से सड़क हादसे या हार्ट अटैक के दौरान पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। सीपीआर यानी सड़क सुरक्षा परिषद की गाड़ियां एक महत्वपूर्ण सुविधा हैं जो आपको किसी भी समय दुर्घटना के मामले में मदद कर सकती हैं। जब किसी व्यक्ति को सड़क हादसे के दौरान या हार्ट अटैक के समय चिकित्सा की आवश्यकता होती है, तो सीपीआर वाहन अधिकतम संभव समय में उपलब्ध होता है।
सीपीआर वाहन महत्वपूर्ण सुविधा
वहीं, सीपीआर वाहन एक विशेष चिकित्सा सुविधा भी प्रदान करता है जो आपके पास अस्पताल पहुंचने से पहले चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर सकती है। इस तरह की सुविधा उपलब्ध होने पर आपको जल्दी चिकित्सा उपचार प्राप्त करने में मदद मिल सकती है जो आपकी जान बचाने में मदद कर सकता है। सीपीआर वाहन महत्वपूर्ण सुविधा है जो सड़क हादसों या हार्ट अटैक के समय आपकी जान बचाने में मदद कर सकती है। हमेशा अपने वाहन में पहुंचने वाली महत्वपूर्ण चीजों जैसे चिकित्सा आवश्यकताओं का एक स्टॉक रखें जो एक आपात स्थिति के समय उपयोगी साबित हो सकता है।
सड़क के नियमों का करें पालन
इसके अलावा, हमेशा अपनी सुरक्षा के लिए अपनी गाड़ी की सुरक्षा और सड़क के नियमों का पालन करें। समय-समय पर अपनी ड्राइविंग कौशलों का समीक्षण करता रहता है। सड़क सुरक्षा का पालन करना और सुरक्षित ड्राइविंग करना, सड़क हादसों या हार्ट अटैक जैसी आपात स्थितियों से बचने में मदद कर सकता है।
धार से मो. अल्ताफ़ की रिपोर्ट