राम मंदिर का आमंत्रण अस्वीकार करने के फैसले से आहत कांग्रेस प्रवक्ता ने दिया इस्तीफा, कहा- राम विरोधी को कभी मोक्ष नहीं मिलता

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Dhar News : कांग्रेस द्वारा राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण को अस्वीकार कर दिये जाने के बाद से पार्टी में बवाल मचा हुआ है, मध्य प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में पार्टी के फैसले के खिलाफ गुस्सा है और इस्तीफे दिये जा रहे हैं, प्रदेश के धार जिला कांग्रेस प्रवक्ता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का फैसला आहत करने वाला है।

धार जिला कांग्रेस के प्रवक्ता ने किया कॉंग्रेस का त्याग

दरअसल, धार जिले के कांग्रेस ने भगवान श्री राम के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के निमंत्रण को ठुकरा दिया। बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी करते हुए कहा कि, “22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले भगवान श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस सांसद दल के अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी में से कोई भी नेता इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा जिसके बाद देशभर में कांग्रेस के कई नेताओं ने इस फैसले को लेकर नाराजगी देखी जा रही है। राष्ट्रीय युवक कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एवं धार जिला कांग्रेस के प्रवक्ता दीपेंद्र सिंह ठाकुर ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता के साथ ही अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।

Dhar News

दीपेंद्र सिंह ठाकुर ने क्या कहा?

दीपेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि, “मैं 2012 से कांग्रेस में निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा हूं। सड़क से लेकर संसद तक के मुद्दों को जनहित में मैं लोगों के बीच लेकर आया हूं। मैंने कई प्रकरण भी चेले हैं लेकिन मुझे मालूम हुआ कि सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार दिया है। कॉंग्रेस का इस निर्णय ने मुझे ही नहीं बल्कि पार्टी से जुड़े कई लोगों को आहत किया है। उन्होनें आगे कहा, “गोस्वामी तुलसीदास जी ने कहा था की “राम विरोध ना उग्र शीष शरण विष्णु अज शीश” मतलब की आराम का विरोध करने वालों को कभी मोक्ष नहीं मिलता तो मैं किसी भी कीमत पर राम का विरोध सहन नहीं कर सकता। इसलिए मैंने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर सभी पदों से मुक्त हो गया हूं। मैंने अपना इस्तीफा जिला अध्यक्ष महोदय को रजिस्टर्ड पोस्ट और मेल के द्वारा और सोशल मीडिया के द्वारा भेज दिया है। मेरा किसी भी पार्टी में जाने का मन नहीं है, मै निज सनातनी हूं इसलिए मैंने सिर्फ राम विरोध के कारण त्यागपत्र दिया है। क्योंकि मुझे भगवान श्री राम का अपमान किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं है।”

धार ने मो अल्ताफ़ की रिपोर्ट

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News