Dhar News : मध्य प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं बोर्ड की परीक्षा शुरू हो चुकी है। बता दें कि धार जिले के राजोद में करीब 75 छात्र-छात्राएं परीक्षा से वंचित रह गए हैं। इसमें 10वीं बोर्ड के 31 और 12वीं बोर्ड के 44 छात्र शामिल हैं। दरअसल, इन छात्रों को अर्चना विद्यापीठ हायर सेकेण्डरी स्कूल द्वारा प्रवेश पत्र नहीं दिए गए थे। इस कारण छात्र संपन्न हुई परीक्षा से वंचित रह गए। वहीं, 12वीं की परीक्षा से वंचित छात्रों के भविष्य को लेकर चिंतित उनके अभिभावकों ने बदनावर सरदारपुर मार्ग पर चक्का जाम कर दिया।
अभिभावकों में रोष
बता दें कि पालकों का आरोप है कि अर्चना विद्यापीठ हायर सेकेण्डरी स्कूल उनके बच्चों के शैक्षिक जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। बच्चों ने परीक्षा नहीं दी, जिससे इन बच्चों का मनोबल भी गिर रहा है। आक्रोशित पालकों की मांग है कि परीक्षा से वंचित हुए बच्चों की परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन द्वारा तत्काल कोई निर्णय लें और स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। दरअसल, अर्चना विद्यापीठ हायर सेकेंडरी स्कूल राजोद की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मान्यता न होने के बावजूद दसवीं के छात्र-छात्रों को इसमें ऐडमिशन दिया गया लेकिन बोर्ड परीक्षा के लिए स्कूल ने बच्चों को प्रवेश पत्र नहीं दिया।
अधिकारी ने दी ये जानकारी
इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी लक्ष्मण देवड़ा ने बताया कि राजोद में बोर्ड परीक्षा से वंचित हुए छात्रों की जानकारी हुई। जिसके बाद तत्काल सूचना वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा दी गई थी। अधिकारी ने परीक्षा से पहले इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों व माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल को सूचित किया था। फिलहाल, अर्चना विद्यापीठ के खिलाफ जांच के बाद हो FIR दर्ज सकती है।
मो. अल्ताफ, धार