आईएएस अफसरों को वीसी में ना उलझाएं मुख्यमंत्री, फील्ड में उतारें, विधायक ने लिखा पत्र

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्यप्रदेश में बढ़ते कोरोना (Corona) के आंकड़ों के बीच कांग्रेस के युवा विधायक (Congress MLA) ने आईएएस अधिकारियों (IAS Officers) को मुख्यमंत्री (CM) द्वारा वीसी में उलझाए रखने पर एतराज जताया है। ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) को पत्र लिखकर कहा है कि वे वरिष्ठ प्रशासनिक अफसरों का 24 में से 18 घंटे का समय आपकी वीसी (VC) और उसकी तैयारियों में जाता है इसे बंद करें और फील्ड में उतारें।

ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Congress MLA Praveen Pathak) को पत्र लिखकर कहा है कि मध्यप्रदेश में कोरोना ने अब भयावह रूप ले लिया है और यह नियंत्रण से परे जाता दिख रहा है। आपके द्वारा लगातार जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ली जा रही है उसमें प्रदेश के कई आला अधिकारी 6 से 7 घंटे आपके साथ बैठते हैं और संपूर्ण प्रदेश के अधिकारियों का अधिकतम समय उस वीसी की तैयारी में और आप को प्रभावित करने के लिए मनगढ़ंत जादुई आंकड़े जुटाने में चला जाता है।

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 24 में से 18 घंटे आपकी वीसी और उसकी तैयारियों में जाता है: विधायक 

कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने पत्र में कहा कि जिन अधिकारियों को जमीन पर रहकर कोरोना जैसे संकट से लड़ने के लिए कार्य करना चाहिए वह केवल वीसी की तैयारियों में लगे हुए हैं। विधायक प्रवीण पाठक ने सवाल किया कि वीसी के प्रोटोकॉल के चलते पूरे मध्यप्रदेश के अधिकारियों का 24 घंटे में से 18 घंटे का समय वीसी में और उसकी तैयारियों में जाता है, तो यह अधिकारी मैदानी क्षेत्र में आवश्यक कार्य कब करते होंगे।

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आपका चेहरा कौन नहीं जानता, वीसी की क्या जरुरत  

कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak)ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप प्रदेश के मुखिया हैं, यह बात बीते 17 सालों से प्रदेश की जनता जानती है तो इसके लिए इतनी लंबी-लंबी वीडियो कांफ्रेंस करने की आवश्यकता नहीं है, आपके चेहरे से संपूर्ण मध्यप्रदेश परिचित है। आप प्रदेश में कोरोना की स्थिति और कार्ययोजना की मॉनिटरिंग करके भी आंकड़े जुटा सकते हैं, जिससे प्रदेश के आला अधिकारियों के जरिए कोविड-19 नियंत्रण करने में उनके आपदा प्रबंधन के अनुभवों का जनता को वास्तविक लाभ मिल सके। कोरोना जैसी महामारी में कमरे में बैठकर नहीं बल्कि क्षेत्र में बेहतर कार्य करके नियंत्रण पाया जा सकता है, इसके लिए अधिकारियों को मैदान में उतरना पड़ेगा।

राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता भूल कर एक साथ आगे आना होगा

कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने पत्र में लिखा है कि आपने जिले के प्रभारी के तौर पर मंत्रियों की नियुक्ति कर दी है किंतु यह महामारी नियंत्रण केवल एक मंत्री या विधायक की नीति या योजना से नहीं होगा । प्रदेश की सात करोड़ से अधिक जनता के हित में हमें राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता भूल कर एक साथ आगे आना होगा। प्रदेश का प्रत्येक विधायक चाहे वह सत्तापक्ष का हो या विपक्ष का, उसे उसकी विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बना कर प्रशासन की टीम का निर्माण करके कोविड की जंग में साथ लेकर चलना अब समय की मांग है। क्षेत्रीय विधायक यदि क्षेत्र के प्रभारी के तौर पर होगा तो स्वास्थ्य, व्यापार एवं जनहित के निर्णय लिए जा सकते हैं।

कोरोना में आपने भी अपने नेता खोए हमने भी खोए

कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने आगे लिखा है कि मेरा आपसे और आपकी सरकार से आग्रह है कि कोविड-19 का घातक वायरस भाजपा और कांग्रेस नहीं देखता क्योंकि जहां आपने अपने नेता खोए हैं तो वहीं हमने भी अपने नेताओं को कोरोना में खोया है। राजनीतिक विद्वेष, कटुता को निभाने के लिए हमें समय मिलेगा किंतु जनता को इस समय, हम से अपेक्षा है कि हम कोविड-19 महामारी में राजनीति नहीं बल्कि जनसेवा करें।

कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak)ने पत्र के अंत में निवेदन किया है कि इस भीषण आपदा के अवसर पर आपसे अपेक्षा है कि विपक्ष के विधायकों को साथ लेकर प्रदेश की जनता को इस महामारी से बचाने की कार्य योजना बनाएं और अधिकारियों की अधिकांश ऊर्जा वीसी में न लगवाते हुए वास्तविक कार्यों में लगवाएं।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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