ग्वालियर के LNIPE में 100 छात्र हुए फूड पॉइजनिंग का शिकार, 7 की हालत नाजुक, इलाज जारी

LNIPE

LNIPE Gwalior: ग्वालियर के लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन के तकरीबन 100 छात्र फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए हैं। खराब खाना खाने की वजह से उनकी हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि इन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। शहर के जयारोग्य अस्पताल में शाम 7 बजे के बाद उस समय भागादौड़ी की स्थिति बन गई जब एक के बाद एक रात तक स्टूडेंट्स को भर्ती करने का सिलसिला चलता रहा। जानकारी के मुताबिक 7 स्टूडेंट्स की हालत काफी ज्यादा गंभीर है।

LNIPE को देशभर में शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में खास संस्थान माना जाता है। मंगलवार सुबह से ही यहां पर स्टूडेंट्स में बीमारी के लक्षण दिखाई दे रहे थे। शुरुआत में संस्थान के हेल्थ सेंटर में उनका उपचार किया गया लेकिन शाम होने तक छात्र उल्टियां करने लगे और उनकी हालत बिगड़ने लगी।

डिनर के बाद बिगड़ी तबियत

जानकारी के मुताबिक सोमवार रात डिनर में छात्रों ने चपाती और ग्रेवी वाला पनीर खाया था। इसके बाद से उनकी तबियत गड़बड़ होना शुरू हुई और एक के बाद एक सभी बीमार होने लगे। शुरुआती तौर पर उन्हें हेल्थ सेंटर में रखा गया लेकिन बाद में JAH भेजा गया। छात्रों का इलाज कर रहे डॉक्टर के मुताबिक पनीर की क्वालिटी ठीक ना होना सभी के बीमार होने की वजह हो सकता है।

मुस्तैदी से जुटे डॉक्टर

तकरीबन 100 छात्रों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है और यह सभी फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए हैं। इन सभी का इलाज डॉक्टर की टीम पूरी मुस्तैदी के साथ कर रही है और बच्चों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसका विशेष ख्याल रखा जा रहा है। सभी को एक ही जगह पर एडमिट किया गया है ताकि अच्छे से मॉनिटरिंग की जा सके।

जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई

इस मामले में LNIPE के रजिस्ट्रार अमित यादव का कहना है कि बच्चों की हालत सुबह से ही नाजुक दिखाई दे रही थी और शाम होने तक यह काफी बिगड़ गई। प्राथमिक उपचार देने के बाद शाम को 100 बच्चों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटनाक्रम की जांच पड़ताल की जाएगी और फूड सैंपल भी लिया जाएगा। इस मामले में जो भी जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और जरूरत पड़ने पर FIR भी दर्ज करवाएंगे।


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Diksha Bhanupriy

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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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