ग्वालियर, अतुल सक्सेना। जबलपुर के न्यू लाइफ हॉस्पिटल अग्निकांड (jabalpur new life hospital fire accident) से सबक लेते हुए अब ग्वालियर जिला प्रशासन सुरक्षा उपायों को लेकर जाग गया है। ग्वालियर CMHO ने जिले के सभी निजी अस्पतालों को सात दिनों ने अंदर फायर NOC उनके कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
CMHO डॉ मनीष शर्मा (Gwalior CMHO Dr Manish Sharma) ने आज मंगलवार को एक पत्र जारी कर सभी निजी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि पिछले दिनों आप सभी को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्रदूषण नियंत्रण का सर्टिफिकेट और नगर फायर एनओसी प्राप्त कर कार्यालय में जमा करने के निर्देश दिए थे लेकिन कई निजी अस्पतालों ने इसे जमा नहीं किया।
CMHO ने निर्देश दिए कि इस पत्र से 7 दिन के अंदर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में फायर एनओसी आवश्यक रूप से जमा करें अन्यथा विधि अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि जबलपुर के जिस न्यू लाइफ हॉस्पिटल में अग्निकांड हुआ उसकी फायर NOC चार महीने पहले ही समाप्त हो चुकी थी और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की कृपा से वो प्रोविजनल NOC के चल रहा था।
खास बात ये है कि मार्च 2022 में न्यू लाइफ हॉस्पिटल की फायर NOC समाप्त हो गई थी उसे तत्काल प्रभाव से अग्निशमन यंत्र लगाने थे जो उसने नहीं लगाये जिसका नतीजा ये हुआ कि जब अस्पताल में आग लगी तो आग पर काबू पाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी और अफसरों एवं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से 8 लोगों को जान चली गई। 10 लोग अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
About Author
Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....