ग्वालियर//अतुल सक्सेना।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस क्या छोड़ी उनके ही गुट के नेता दो धड़ों में बंट गए। एक धड़ावो जिसने सिंधिया में आस्था दिखाते हुए उनके फैसले का स्वागत किया और उनके समर्थन में बिना नुकसान फायदा देखे कांग्रेस से नाता तोड़ लिया और दूसरा धड़ा वो जिसने खुद को कांग्रेसी बताये हुए ना सिर्फ खुद को अलग कर लिया बल्कि सिंधिया का विरोध भो करने लगे। ऐसे ही सिंधिया विरोधी कुछ युवा कांग्रेसियों ने शुक्रवार को कांग्रेस कार्यालय के नीचे ज्योतिरादित्य सिंधिया का पुतला फूँका।
सिंधिया का विरोध करने वाले इन युवा कांग्रेसियों का आरोप था कि सिंधिया को मंत्री पद चाहिए था। इसलिए उन्होंने उस पार्टी को छोड़ दिया जिसने उन्हें सबकुछ दिया। आक्रोशित युवाओं ने कहा कि कार्यकर्ताओं की बहुत मेहनत के बाद कांग्रेस 15 साल बाद प्रदेश में सत्ता में लौटी है जिसे सिंधिया ने संकट में डाल दिया। उन्होंने कांग्रेस को धोखा दिया लेकिन हम नहीं दे सकते इसलिए हम उनका विरोध कर रहे हैं।