व्यापारी ने कैशियर को जमा करने दिए एक लाख रुपये, कोई दूसरा व्यक्ति कैश लेकर फरार, बैंक में हडकंप

Atul Saxena
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Gwalior Crime News : ग्वालियर में एक शातिर व्यक्ति ने बैंक कैशियर की आँखों में धूल झोंकते हुए किसी दूसरे के कैश को अपना बताया और लेकर रफूचक्कर हो गया, घटना सामने आते ही बैंक में हडकंप मच गया और सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए जिसमें वो व्यक्ति विंडो पर खड़ा दिखाई दे रहा है जिसे कैशियर ने कैश दिया, बैंक प्रबंधन ने घटना की शिकायत पुलिस में की है, पुलिस मामले की जाँच कर रही है।

ग्वालियर के इंदरगंज थाना क्षेत्र में स्थित HDFC बैंक की ब्रांच में एक शातिर बदमाश एक लाख रुपये कैश लेकर फरार हो गया। दरअसल पूरा मामला कुछ इस तरह है, जनकगंज क्षेत्र में रहने वाले व्यापारी राजेश अरोरा आज HDFC बैंक  की शाखा में अपने तीन खातों में कैश जमा कराने गए थे।

राजेश अरोरा ढाई लाख रुपये जमा कराने गए थे, उन्होंने तीनों खातों की अलग अलग पर्ची भरी और कैशियर को पर्ची एवं कैश दे दिया, कैशियर ने 15 मिनट बाद आने के लिए कहा तो वे दूसरे काउंटर पर किसी अन्य काम से चले गए। जब राजेश अरोरा वापस लौटे और तीनों जमा पर्चियां मांगी तो कैशियर ने दो पर्ची दे दी ।

लेकिन जब व्यापारी ने तीसरी पर्ची मांगी तो कैशियर ने कहा कि आपके साथ आया व्यक्ति कैश वापस लेकर चला गया, इतना सुनते ही राजेश अरोरा कैशियर पर भड़क गए, उन्होंने कहा कि वे तो अकेले आये थे और उन्होंने कहा कि मैंने  कैश एक लाख रुपये आपको दिया था मुझे वापस दीजिये।

हंगामा होता देख पूरा स्टाफ इकठ्ठा हो गया, दोनों की बात सुनने के बाद बैंक के सीसीटीवी देखे गए जिसमें एक व्यक्ति कैश विंडो पर खड़ा दिखाई दे रहा है , कैशियर के मुताबिक वही व्यक्ति पैसा लेकर गया है, बैंक प्रबंधन ने इसकी सूचना इंदरगंज थाना पुलिस को दी , पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी देखे जा रहे हैं और मामले को जाँच में ले लिया है।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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