सर्दी और कोहरे में भी बच्चों में दिखा जोश, “सामूहिक सूर्य नमस्कार” कर स्वामी विवेकानंद को किया याद

Atul Saxena
Published on -

Swami Vivekananda Jayanti : स्वामी विवेकानंद की जयंती पर “सामूहिक सूर्य नमस्कार” (Samuhik Surya Namaskar) कर स्कूली बच्चों ने ना सिर्फ स्वामी जी को नमन किया बल्कि तेज सर्दी और कोहरे को भी मात दे दी, ग्वालियर में चल रही शीतलहर के बावजूद बच्चों ने उत्साह के साथ राष्ट्रीय युवा दिवस पर “सामूहिक सूर्य नमस्कार” (National Youth Day) और प्राणायाम में हिस्सा लिया।

सर्दी और कोहरे में भी बच्चों में दिखा जोश, "सामूहिक सूर्य नमस्कार" कर स्वामी विवेकानंद को किया याद

मध्य प्रदेश के अन्य जिलों की तरह ग्वालियर जिले की विभिन्न शैक्षणिक एवं अन्य संस्थाओं में “सामूहिक सूर्य नमस्कार और  प्राणायाम का आयोजन हुआ। जिले का मुख्य सामूहिक सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम कार्यक्रम सी एम राइज स्कूल दीनदयाल नगर में संभाग आयुक्त  दीपक सिंह को मौजूदगी में हुआ।

सर्दी और कोहरे में भी बच्चों में दिखा जोश, "सामूहिक सूर्य नमस्कार" कर स्वामी विवेकानंद को किया याद

समारोह में स्वामी विवेकानंद जी के ऐतिहासिक उदबोधन का प्रसारण आकाशवाणी से हुआ। इसके बाद मध्य प्रदेश गान का गायन हुआ। इसी कड़ी में विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान का भाषण आकाशवाणी के प्रसारण के जरिए सुना।
इसके बाद आकाशवाणी से मिल रहे संकेतों पर संभाग आयुक्त दीपक सिंह सहित अन्य अधिकारियों एवं स्कूली बच्चों ने सामूहिक रूप से सूर्य नमस्कार के तीन चक्र और अनुलोम विलोम, भस्त्रिका, व भ्रामरी प्राणायाम किए।

सर्दी और कोहरे में भी बच्चों में दिखा जोश, "सामूहिक सूर्य नमस्कार" कर स्वामी विवेकानंद को किया याद

इससे पूर्व आरंभ में संभाग आयुक्त दीपक सिंह ने स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर पुष्पहार एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में संयुक्त संचालक लोक शिक्षण दीपक पाण्डेय, एसडीएम अशोक चौहान, डिप्टी कलेक्टर जेपी गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, तहसीलदार कुलदीप दुबे व डीपीसी रविन्द्र तोमर सहित बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे शामिल हुए।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News