सीएम डॉ मोहन यादव की बड़ी घोषणा, ग्वालियर व्यापार मेले को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनायेंगे, सिंधिया राजवंश के कार्यों की प्रशंसा की

CM Dr Mohan Yadav Gwalior Trade Fair

CM Dr Mohan Yadav Gwalior Trade Fair, Gwalior News : मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज गुरुवार को ग्वालियर व्यापार मेले का औपचारिक शुभारम्भ किया, उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ग्वालियर मेले के वैभव को और बढ़ाया जायेगा इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाया जायेगा , सरकार इसके लिए प्रयास करेगी।

मुख्यमंत्री ने ग्वालियर व्यापार मेले का शुभारंभ किया 

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज ग्वालियर दौरे पर थे उन्होंने  ग्वालियर के 125 साल पुराने ऐतिहासिक मेले का शुभारंभ किया, मोहन यादव ने मंच से संबोधित करते हुए माधव राव सिंधिया से लेकर उनके पूर्वजों के योगदान को याद किया, मुख्यमंत्री ने सिंधिया राजवंश द्वारा उज्जैन को विकसित करने में किये गए योगदान खासकर मुगलकाल में तोड़े गए देवालयों की पुनर्स्थापना के बारे में विस्तार से बताया।

उज्जैन को बसाने में सिंधिया राजवंश के इतिहास को सीएम ने रेखांकित किया 

उन्होंने कहा महादजी महाराज ने स्कन्द पुराण में उल्लेखित स्थानों पर ही फिर से देवालय स्थापित कराया और माधव महाराज ने नए उज्जैन को विकसित किया जो आज दिखाई देता है, कॉलेज, हॉस्पिटल से लेकर फ्री गंज तक सब सिंधिया परिवार की ही देन है, माधव महाराज ने उज्जैन में मेला शुरु करवाया, ग्वालियर का ये मेला भी इस राजवंश का गौरवशाली इतिहास बताता है।

सिंधिया और तोमर की तारीफ की 

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री और मप्र विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के ग्वालियर के विकास लिए किये जा रहे प्रयासों की तारीफ की, राम मंदिर के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने जयभान सिंह पवैया का नाम उल्लेखित किया।

22 जनवरी को दीपावली मनाने का आह्वान किया  

सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि यहाँ अभी मेले का आनंद लीजिये और इसी दौरान 22 जनवरी को हम सभी दीवाली का आनंद मनाएंगे, जब रामलला अयोध्या में विराजेंगे, उन्होंने कहा सरकार प्रदेश के देवालयों को सजाएगी आप भी दीप जलाइए क्योंकि सबसे ज्यादा प्रसन्नता हमें होनी चाहिए कारण ये है कि चित्रकूट हमारे यहाँ है प्रभु श्री राम ने वनवास के साढ़े ग्यारह साल मप्र में हमारे साथ बिताये थे।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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